MP News: डभौरा नगर परिषद में पहुंचा 'भूत'! कहा- मैं अभी जिंदा हूं, चुनाव में वोट भी डाला हूं...

Rewa News: एमपी (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) के डभौरा नगर परिषद में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक व्यक्ति अपने जीवित होने का प्रमाण चींख-चींखकर दे रहा था. दरअसल, जगदीश कुशवाहा (Jagdish Kushwaha) को सरकारी फाइलों में मृत घोषित कर सरकारी योजनाओं से वंचित कर दिया गया है.

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डभौरा नगर परिषद में पहुंचा 'भूत'! कहा- मैं अभी जिंदा हूं..

MP News In Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) जिले के डभौरा नगर परिषद (Dabhaura Municipal Council) में एक 'भूत' पहुंचा और कहने लगा मैं जिंदा हूं. ये सुनकर सब लोग हैरान हो गए. फिर पीड़ित जगदीश कुशवाहा ने कहा कि साहब मुझे भी सरकारी सुविधाओं का लाभ दीजिए, जो पहले मिल रहा था. पर पिछले 3 साल से चंद रुपयों की लालच में कोई भी मेरी बात सुनने के लिए तैयार नहीं है. 

इससे पहले जब पीड़ित 'मैं जिंदा हूं' का नारा लगाते हुए डभौरा नगर परिषद पहुंचा, तो वहां हड़कंप मच गया. लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया. पीड़ित ने कहा कि मैंने लोकसभा  चुनाव में वोट भी डाला है. इसके बाद भी मुझे सरकारी कागजों में मृत घोषित करके सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित कर दिया गया है.

नगर परिषद डभौरा के वार्ड क्रमांक 1 के मझियारी गांव के जगदीश कुशवाहा का ये मामला अब चर्चा का विषय बन चुका है.  एसडीएम और नगर परिषद डभौरा सीएमओ सब कार्रवाई की बात कह रहे हैं. 

'मृतक रुपये दे, तो जिंदा हो सकता है'

नगर परिषद डभौरा की बात करें, तो पिछले दिनों भर्ती घोटाला सामने आया था. वहां बगैर रुपये के कैसे कोई काम हो सकता है? आरोप है कि कर्मचारियों ने कहा कि मृतक रुपये दे तो जिंदा हो सकता है. नहीं, तो अभी कुछ दिन और इंतजार करे. अभी तो तीन ही साल हुए हैं, उसको मरे हुए.

अब खुद को जिंदा साबित करने दर-दर भटक रहा पीड़ित

रीवा जिले के डभौरा नगर परिषद वार्ड क्रमांक 1 में जीवित व्यक्ति को मृत घोषित करने का मामला सामने आया है. ये  प्रशासनिक लापरवाही का एक जीता जागता उदाहरण है. जगदीश कुशवाहा अब खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारी, कर्मचारी, नेताओं के दर पर भटक रहा है. पिछले लगभग 3 साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है.   डभौरा नगर परिषद से बीते दिन फर्जी भर्ती घोटाला पिछले दिनों सामने आया था. 

क्या है पूरा मामला

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डभौरा नगर परिषद वार्ड क्रमांक एक के मझियारी गांव में जगदीश कुशवाहा नाम का व्यक्ति रहता है, उसे कागजों में  मृत घोषित कर दिया गया है. अब जगदीश कुशवाहा मैं जिंदा हूं साहब कहता हुआ सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है. खुद को जीवित साबित करने के लिए डभौरा नगर परिषद के चक्कर काट रहा है. लेकिन भरपूर प्रयास के बाद भी आज तक दस्तावेजों में वह जीवित साबित नहीं हो सकता है.

2021 से उसे मृत घोषित किया था

 नगर परिषद वार्ड क्रमांक 1 जगदीश कुशवाहा ने बताया कि सन् 2021 से उसे मृत घोषित किया था. जब मैं अपनी वृद्धा पेंशन के लिए नगर परिषद कार्यालय गया और वहां पर पदस्थ कर्मचारी ने बताया गया कि तुम्हारी मृत्यु हो जाने के कारण वृद्धा पेंशन बंद कर दी है, वहीं मृतक घोषित जगदीश कुशवाहा की पत्नी ने बताया कि लोकसभा चुनाव में और मेरे पति जगदीश कुशवाहा ने वोट भी डाला है.


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खर्चा दो तो तुम्हारा काम हो जायेगा

अगर हमारे पति मृतक हैं, तो वोट कैसे डाल लिया है. दो तीन महीने से नगर परिषद कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. वहीं, नगर परिषद के कर्मचारी कह रहे हैं कि खर्चा दो तो तुम्हारा काम हो जायेगा. शासन की योजना का लाभ भी नहीं मिला है, जो मिल रहा था उसे भी बंद कर दिया है.

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