सीहोर में होली के दूसरे दिन खेली गई महादेव की होली, कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने बदली ये नवाबी परंपरा

Madhya Pradesh News: महाकाल मंदिर में हुई घटना पर दुख जताते हुये पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि केमिकल युक्त रंग (Chemical Colors) की वजह से घटना घटी है, आने वाले समय में मंदिरों में परंपरागत वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. बाजार की वस्तुओं का इस्तेमाल मंदिरों में वर्जित किया जाना चाहिए.

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Pandit Pradeep Mishra News: सीहोर में वर्षों से चली आ रही नबाबी होली की परंपरा को पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) ने महादेव की होली (Mahadev ki Holi) में बदल दिया है. महादेव की होली के रूप में नगर के प्रसिद्ध महादेव मंदिर (Mahadev Mandir) से शरू हुआ होली का चल समारोह (Holi Chal Samaroh) मुख्य मार्ग से होकर मनकामनेश्वर मंदिर (Mankameshwar Mandir) पर समाप्त हुआ. इस असवर पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने सीहोर के पांच प्रचीन महादेव मंदिर में जाकर अष्टगंध का जलाभिषेक किया.

ऐसी हुई होली

नगरपालिका के चमत्कारेश्वर मंदिर में शिवलिंग पर चंदन जल अर्पण के साथ महादेव की होली शुरू होती है. अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (Famous international Katha Vachak Pandit Pradeep Mishra) ने वर्ष 2022 से महादेव की होली शुरु करवायी थी. पंडित मिश्रा के प्रदेश और देशभर से आये अनुयायी ये अनूठी महादेव की होली खेलने के लिए आते हैं. सीहोर के पांच शिव मंदिर में जाकर ये होली खेली जाती है. महादेव की होली केवल गुलाल और चंदन के पानी से खेली जाती है.

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अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने इस होली को विशिष्ट होली बताते हुए कहा कि केवल अयोध्या में भगवान राम की स्थापना ही नहीं बल्कि काशी और मथुरा के मंदिरों को लेकर जिस तरह से कार्य चल रहा है उसने इस होली को बहुत विशिष्ट बना दिया है.

महाकाल मंदिर की घटना पर जताया दुख 

महाकाल मंदिर में हुई घटना पर दुख जताते हुये पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि केमिकल युक्त रंग (Chemical Colors) की वजह से घटना घटी है, आने वाले समय में मंदिरों में परंपरागत वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. बाजार की वस्तुओं का इस्तेमाल मंदिरों में वर्जित किया जाना चाहिए.

पंडित प्रदीप मिश्रा ने महाकाल मंदिर में हुई घटना पर कहा कि पुरानी और शद्ध वस्तुओं का इस्तेमाल होना चाहिए, बाजार की वस्तुओं से मंदिर को दूर रखें.

अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने उज्जैन के महाकाल मंदिर (Mahakal Mandir Ujjain) में हुए हादसे पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस घटना से सबक लेकर राज्य सरकार को सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर और खासकर पूजा सामग्री को लेकर विचार करके कोई अच्छी व्यवस्था बनानी चाहिए.

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