Satna के जिला अस्पताल में ऐसी बदबू कि 'सरकार' ने छिपाई नाक, ठेकेदार को लगी जमकर फटकार

MP Latest News : राज्यमंत्री बनने के बाद प्रतिमा बागरी का यह दूसरा दौरा है. पिछली बार भी उन्होंने जननी सुरक्षा वार्ड (Janani Suraksha Ward) के कक्ष का निरीक्षण किया था. तब भी उन्हें सफाई में बेहद कमी नजर आयी थी. वहीं दूसरी बार के निरीक्षण में भी स्थितियां बदली हुई दिखाई नहीं दीं.

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Madhya Pradesh News : सरदार वल्लभ भाई पटेल जिला अस्पताल सतना (Sardar Vallabhbhai Patel District Hospital Satna) की सफाई व्यवस्था का भगवान ही मालिक है. यहां पर सफाई का ठेका (Cleaning Contract) जिस कंपनी के पास है, उसका अनुबंध (Contract) समाप्त हो चुका है, इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन (Hospital Management) उसी के भरोसे है. शुक्रवार को मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी (Minister of State Pratima Bagri) जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचीं. उन्होंने जिला अस्पताल के टॉयलेट रुम का निरीक्षण (Toilet Room Inspection) किया, जहां गंदगी भरी पड़ी थी. भीषण दुर्गंध से बचने के लिए राज्यमंत्री को नाक पर कपड़ा लगा पड़ा. बाहर निकलने के बाद बागरी ने सफाई ठेकेदार को जमकर फटकार लगाई.

मंत्री बनने के बाद दूसरा दौरा 

राज्यमंत्री बनने के बाद प्रतिमा बागरी का यह दूसरा दौरा है. पिछली बार भी उन्होंने जननी सुरक्षा वार्ड (Janani Suraksha Ward) के कक्ष का निरीक्षण किया था. तब भी उन्हें सफाई में बेहद कमी नजर आयी थी. वहीं दूसरी बार के निरीक्षण में भी स्थितियां बदली हुई दिखाई नहीं दीं. इससे साफ जाहिर होता है कि जिस कंपनी को सफाई का जिम्मा दिया गया है वह औपचारिक रुप से ही काम कर रही है. वहीं जिला अस्पताल प्रबंधन भी उस पर नकेल कस पाने में पूरी तरह से नाकाम है.

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लाखों रुपए होता है खर्च, फिर भी बदहाल है सफाई व्यवस्था

करीब 400 बेड वाले जिला अस्पताल सतना में साफ-सफाई के नाम पर हर महीने लाखों रुपए खर्च होते हैं. इसके बाद भी कमियां मिलना ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों की सजगता पर प्रश्र चिन्ह खड़ा करता है. अब प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री के द्वारा ही सवाल उठाए जा रहे हैं, ऐसे में जिम्मेदारों की टेंशन बढ़ हुई है.

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अब फरवरी में आएगी नई कंपनी

राज्यमंत्री के दौरे के बाद पायी गईं कमियों पर जब सिविल सर्जन डॉ केएल सूर्यवंशी (Civil Surgeon Dr KL Suryavanshi) से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कामथेन कंपनी का अनुबंध समाप्त हो चुका है. फिर भी नई एजेंसी के आने तक आउटसोर्स (OutSource) के सभी काम उसी के पास हैं. नई आउटसोर्स एजेंसी (New Outsource Agency) फरवरी तक में आएगी. हम कोशिश कर रहे हैं कि साफ-सफाई नियमित रुप से की जाए.

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