MP News : सीधी के प्रतिभावान तबला वादक हैं अभितांजल, बालरंग महोत्सव में बने राज्य स्तरीय विजेता

Madhya Pradesh News : प्राइमरी की शिक्षा अर्जित करने के साथ-साथ अभिताजंल तबला बजाने के भी शौकीन हो गए और स्कूल में ही धीरे-धीरे तबला वादन का जुनून उन पर शामिल हो गया. समय बीतता गया और कक्षा दर कक्षा उनकी रुचि तबला के प्रति भी बढ़ती गई.

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Success Story : सीधी के तबला बादक (Tabla Player) ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में ऐसा तबला बजाया कि उसे सोलो प्रतियाेगिता में पहला स्थान मिला. बालरंग (Balrang) महोत्सव के लिए प्रदेश के सभी जिलों से आए कलाकारों में से सीधी के अभितांजल मिश्रा ने सभी को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान अर्जित कर जिला व संभाग का नाम प्रदेश स्तर पर रोशन किया है. इसके साथ ही उन्होंने अपने पिता अजीत मिश्रा एवं माता का मान भी बढ़ाया है.

स्कूल से लेकर भोपाल तक की प्रतियोगिता का सफर

प्राप्त जानकारी के अनुसार कनिष्ठ वर्ग में विद्यालय स्तर (School Level) पर प्रतियोगिता के आयोजन के बाद खंड स्तर पर और फिर जिला स्तर पर बालरंग प्रतियोगिता आयोजित हुई थी. सीधी जिले में प्रथम स्थान (First Place) अर्जित करने के बाद बाल कलाकार अभितांजल ने संभाग स्तर पर रीवा में आयोजित प्रतियोगिता में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जहां प्रथम स्थान अर्जित कर भोपाल में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता के लिए अपना स्थान सुरक्षित कर लिया था.

राजधानी भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय बालरंग प्रतियोगिता में सीधी के अभितांजल ने अपने तबला वादन की प्रस्तुति से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया और निर्णायक मंडल के द्वारा अभितांजल की प्रस्तुति को सर्वश्रेष्ठ बताते हुए प्रथम स्थान से नवाजा गया. बालरंग आयोजन समिति के द्वारा प्रमाण पत्र एवं शील्ड प्रदान कर नन्हे तबला वादक की हौसला आफजाई  की गयी है.

स्कूल में ही सीखते रहे तबला बजाना

प्राइमरी की शिक्षा अर्जित करने के साथ-साथ अभिताजंल तबला बजाने के भी शौकीन हो गए और स्कूल में ही धीरे-धीरे तबला वादन का जुनून उन पर शामिल हो गया. समय बीतता गया और कक्षा दर कक्षा उनकी रुचि तबला के प्रति भी बढ़ती गई. शहर के श्री गणेश सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा सातवीं में अध्ययन अभिताजंल ने बालरंग प्रतियोगिता में अपना परचम लहराया और यह साबित कर दिया की प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं होती है.

सीधी में नहीं है कोई संगीत विद्यालय

सीधी जिले में कोई संगीत विद्यालय नहीं है और यहां संगीत सीखने का कोई माकूल इंतजाम भी नहीं है, ऐसे में अभितांजल ने स्कूल में ही धीरे-धीरे तबला बजाने के प्रति रुचि पैदा की और यूट्यूब एवं अन्य माध्यमों से उन्होंने तबला में अच्छी मजबूत पकड़ बना ली है जिसके चलते उन्हें बाल रंग प्रतियोगिता में तबला वादन के क्षेत्र में राज्य स्तर पर प्रथम स्थान मिला है जो सीधी के लिए गौरव की बात है.

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