Police Station Advertisement Ban: मध्य प्रदेश पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने प्रदेशभर के पुलिस थानों पर लगे निजी कंपनियों के प्रचार बोर्डों को लेकर कड़ी नाराज़गी जताई है. उन्होंने सभी जिलों के आईजी और एसपी को निर्देश जारी किए हैं कि जिले के सभी पुलिस थानों से निजी कंपनियों या ब्रांडों के प्रचार वाले बोर्ड तुरंत हटवाए जाएं.
दरअसल, प्रदेश के अधिकांश पुलिस थानों पर जो बोर्ड लगे है, उसमें थाने के नाम के साथ निजी कंपनियों के विज्ञापन भी लगे हैं. जब ये मामला मध्य प्रदेश पुलिस महानिदेशक के पास पहुंचा, तो डीजीपी ने इस पूरे मामले पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 'पुलिस थाना वह जगह है, जहां नागरिक अपनी सुरक्षा और न्याय की उम्मीद लेकर पहुंचता है. लेकिन जब उस थाने की दीवार पर किसी कंपनी का नाम टंगा दिखे, तो भरोसा टूटता है क्योंकि पुलिस की पहचान ब्रांडिंग में घुलती दिखती है.'
डीजीपी ने एसपी और आईजी को किया निर्देशित
डीजीपी मकवाना ने प्रदेश भर के एसपी और आईजी को निर्देशित किया है कि कृपया आपके जिले के सभी पुलिस थानों से निजी कंपनियों के प्रचार वाले बोर्ड तत्काल हटाएं. डीजीपी ने NDTV के संवाददाता साजिद खान से कहा कि राज्य के कई जिलों से ऐसी शिकायतें मिली थीं कि कुछ थानों पर निजी कंपनियों के बोर्ड या नाम लगाए गए हैं. इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए यह आदेश जारी किया. उन्होंने साफ कहा कि “कानून व्यवस्था की गरिमा को किसी भी कीमत पर व्यावसायिक प्रचार का मंच नहीं बनने दिया जा सकता.”
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तत्काल हटवाएं प्राइवेट विज्ञापन
डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों ओर आईजी को निर्देशित किया है कि 'कृपया अपने जिले के सभी थानों का निरीक्षण कर निजी कंपनियों के प्रचार वाले सभी बोर्ड तत्काल हटवाएं और इस संबंध में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मुख्यालय को भेजें.' डीजीपी के आदेश का पालन शुरू भी हो चुका है. रतलाम के थाना स्टेशन रोड पर लगे थाने के बोर्ड से निजी कंपनी के विज्ञापन को हटाने का काम शुरू कर दिया है.
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