MP में बढ़ रहे Cyber Crime ! रोकने के लिए CM यादव ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश

MP CM Mohan Yadav on Cyber Crime : ऐसा पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश में ऐसी घटना हुई है. राज्य में साइबर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें लोगों को डिजिटल अरेस्ट जैसे झूठे दावे और धमकियों के जरिए बुरी तरह से ठगा गया है.

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फाइल फोटो

Cyber Crime : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. जिसे लेकर सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट शेयर किया है. CM यादव ने सभी जिलों के कलेक्टर और SP को ऑनलाइन ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, उन्होंने नागरिकों को डिजिटल ठगी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने पर भी जोर दिया है. CM यादव ने कहा कि साइबर ठग अलग-अलग हथकंडों से लोगों को डराने और ठगने की कोशिश कर रहे हैं. सभी जिलों में प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि ऑनलाइन ठगों पर सख्ती से कार्रवाई करें और जागरूकता फैलाएं.

CM यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ज़िक्र करते हुए कहा,

प्रधानमंत्री जी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में स्पष्ट किया है कि सरकार में डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई प्रावधान नहीं है. प्रदेश सरकार भी नागरिकों की सुरक्षा के लिए सतर्क है और जागरूकता अभियान चला रही है.  

मऊगंज की घटना से मचा हड़कंप

हाल ही में मऊगंज की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया. यहां 35 वर्षीय शिक्षिका रेशमा पांडे साइबर ठगी का शिकार हुईं. ठगों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर उन्हें धमकाया कि उनके नाम से भेजे गए एक पार्सल में अवैध सामग्री मिली है. ठगों ने उनसे 50,000 रुपये की मांग की और पैसे न देने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी.

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मरने के बाद भी कॉल करते रहे ठग

डर के मारे रेशमा ने ठगों को पहले 22,000 रुपये और फिर 5,500 रुपये ट्रांसफर किए. लेकिन ठगों ने पैसों की मांग जारी रखी. इस मानसिक तनाव से परेशान होकर रेशमा ने जहर खा लिया. उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी. सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि रेशमा की मौत के बाद भी ठग उनके फोन पर कॉल करते रहे.

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सरकार ने कही सतर्कता की बात

CM यादव ने कहा कि ऑनलाइन ठगों के जाल से बचने के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है. सरकार हर जिले में डिजिटल ठगी के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने जा रही है. जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश में ऐसी घटना हुई है. राज्य में साइबर ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं जिनमें लोगों को डिजिटल अरेस्ट जैसे झूठे दावे और धमकियों के जरिए बुरी तरह से ठगा गया है.

बचने के लिए आम लोग करें क्या ?

  • अनजान नंबरों से आए कॉल या मैसेज का तुरंत जवाब न दें.
  • खुद को अधिकारी बताने वाले लोगों से सतर्क रहें.
  • अगर कोई बैंक खाते या पैसों की मांग करे, तो उसकी जानकारी पुलिस को दें.
  • साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करें.

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