MP Monsoon 2025: मध्य प्रदेश में मानसून की दस्तक (MP Monsoon 2025) हो चुकी है. सोमवार, 16 जून को मानसून ने बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर जिलों में दस्तक दे दी है. इस बार मानसून 1 दिन लेट हो गया. दरअसल, मध्य प्रदेश में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून है.
अब MP के इन जिलों में पहुंचेगा मानसून
IMD के अनुसार, राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर संभाग में अब मानसून पहुंचेगा. इसके बाद मानसून अन्य जिलों में आएगा और धीरे-धीरे आगे बढ़ेगा. सबसे आखिरी में ग्वालियर-चंबल में मानसून पहुंच सकता है.
MP के इन जिलों में प्री-मानसून बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार, 17 जून को भोपाल, विदिशा, रायसेन, उज्जैन,देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर जिलों में गरज चमक के साथ बारिश होगी. इसके साथ ही इन जिलों में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.
मध्य प्रदेश के 55 जिलों में गरज चमक के साथ बारिश
वहीं सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, अनुपपुर, शहडोल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पांढुर्णा में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. इन जिलों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति रफ्तार से हवाएं चल सकती है.
बता दें कि बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर को छोड़कर सभी जिलों में प्री-मानसूनी (Madhya Pradesh Pre Monsoon 2025) एक्टिव है और बीते कई दिनों ने झमाझम बारिश हो रही है.
इस साल MP में कितनी बारिश होने की संभावना?
मौसम विभाग के मुताबिक, जून से सितंबर यानी चार महीने तक मध्य प्रदेश में 104 से 106% तक बारिश हो सकती है. यानी कि इस बार राज्य में 40 इंच या इससे अधिक पानी गिर सकता है.
मध्य प्रदेश में मानसून की धमाकेदार एंट्री
मध्य प्रदेश में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून है. ऐसे में इस बार मानसून की दस्तक में 1 दिन लेट हो गया. हालांकि पिछली बार 21 जून को 6 दिन की देरी से मानसून आया था.
यहां सबसे लेट पहुंचता है मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश में हर साल दक्षिणी हिस्से मंडला, सिवनी, डिंडौरी, बुरहानपुर, बालाघाट, अनूपपुर, पांढुर्णा, बैतूल, बड़वानी के रास्ते मानसून की एंट्री होती है, जबकि ग्वालियर-चंबल में सबसे लेट पहुंचता है. इस साल बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते प्रदेश में मानसून प्रवेश किया है. हालांकि पिछले साल पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर जिले से मानसून की राज्य में दस्तक हुई थी.