Momos की दीवानगी कर रही बीमार! जानें क्या है इसकी वजह; 10 साल में तेजी से क्यों फैला ये कारोबार

छत्तीसगढ़ के धमतरी में momos food poisoning से 50 से अधिक लोग बीमार पड़ गए, जबकि रतलाम में street food safety India को लेकर मोमोज की क्वालिटी पर सवाल उठे हैं. जांच में momos hygiene issues और साफ-सफाई की गंभीर कमी सामने आई.

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Momos Food Poisoning: मोमोज की दीवानगी देशभर में इस कदर बढ़ चुकी है कि लोग इसके स्वाद के आगे स्वास्थ्य को भी नजरअंदाज कर देते हैं. छत्तीसगढ़ के धमतरी में मोमोज खाने से 50 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए, जबकि एमपी के रतलाम में भी उनकी क्वालिटी पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं. पिछले 10 साल में मोमोज का कारोबार तो तेजी से फैला है, लेकिन इसी के साथ बढ़ी हैं चिंताएं आखिर ये मोमोज बनते कैसे हैं और कितने सुरक्षित हैं?

धमतरी की घटना ने बढ़ाई चिंता

धमतरी में मोमोज खाने से 50 से ज्यादा लोग बीमार पड़ गए और 9 गांव इससे प्रभावित हुए. दुकान बंद करनी पड़ी और पुलिस को भी अलर्ट रहना पड़ा. यह मामला सिर्फ एक जिले का नहीं है; देशभर में हर महीने ऐसी कई घटनाएं सामने आती हैं. यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर हमारी प्लेट में पहुंचने वाला यह स्ट्रीट फूड कितना सुरक्षित है?

रतलाम में जांच के आदेश

रतलाम कलेक्टर मिशा सिंह ने शहर में बिक रहे मोमोज की गुणवत्ता पर संदेह जताते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए. आदेश मिलते ही फूड विभाग की टीम ने मोमोज बनाने और बेचने वालों पर अचानक दबिश देना शुरू की. यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि मोमोज का बढ़ता कारोबार और उससे जुड़ी शिकायतें लोगों की सेहत के लिए खतरा बनती जा रही थीं.

लोकप्रियता के साथ बढ़ता खतरा

रतलाम में मोमोज की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है. हर चौराहा, हर बाजार—हर जगह इनकी खुशबू और भीड़ दिखाई देती है. युवाओं की पहली पसंद, कॉलेज स्टूडेंट्स की रोजमर्रा की शाम, ऑफिस वालों का फास्ट फूड कई लोग रोज दो प्लेट तक खा लेते हैं.

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लेकिन सवाल वही है कि क्या इन दुकानों में सफाई का सही ध्यान रखा जाता है? इस्तेमाल होने वाली सब्जियों, पानी और तैयारी की प्रक्रिया में कितनी सावधानी बरती जाती है?

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फूड विभाग की छापेमारी से खुली हकीकत

फूड विभाग को सूचना मिली कि एक घर में बड़ी संख्या में मोमोज तैयार किए जा रहे हैं. जब टीम वहां पहुंची तो स्थिति देखकर अधिकारी भी चौंक गए...

  • फ्रिज और डीप-फ्रीजर में बड़ी मात्रा में मोमोज मिले
  • उसी फ्रीजर में मोमोज के साथ पाव-भाजी की सब्जी भी रखी थी
  • शिमला मिर्च और पत्ता गोभी गंदगी के बीच पड़ी मिली
  • साफ-सफाई का कोई इंतजाम नहीं
  • न दस्ताने, न हाइजीन, न किसी मानक का पालन
  • लाइसेंस और दस्तावेजों पर भी सवाल
  • टीम ने वहां से सैंपल जब्त किए और उन्हें राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, भोपाल भेज दिया है.

स्वाद बनाम सेहत, लोगों की बड़ी दुविधा

मोमोज खाने वालों का कहना है कि उन्हें पता है कि कई बार यह सफाई के बिना तैयार होते हैं और बीमारी का कारण बनते हैं, लेकिन स्वाद ऐसा है कि लोग खुद को रोक नहीं पाते. यही दीवानगी आज सबसे बड़ा जोखिम बनती जा रही है.

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सूरजपुर में मोमोज पर बढ़ी सख्ती!

छत्तीसगढ़ के धमतरी में मोमोज खाने से 50 से ज्यादा लोग बीमार पड़ने के बाद सूरजपुर में भी मोमोज दुकानों की सफाई और निगरानी को लेकर सवाल उठने लगे हैं. जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने मोमोज को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताते हुए साफ़-सफ़ाई पर ज़ोर दिया है. NDTV की टीम ने चौपाटी की कई मोमोज दुकानों और तैयारियों की जगह का जायज़ा लिया, जहां दुकानदारी और मोमोज के शौकीन लोगों से ख़ास बातचीत की गई.