Indore: विदेशी व्यंजनों के इस्तेमाल पर भड़के कैलाश विजयवर्गीय, बोले-हमारा पेट डस्टबिन नहीं..

MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के एक कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विदेशी व्यंजनों पर तंज कसा है. जानें खान-पान और लोगों की सेहत से जुड़े विषय पर क्या कहा है..?

Advertisement
Read Time: 3 mins

MP Today News In Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Minister Kailash Vijayvargiya) एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सम्मान समारोह कार्यक्रम में शामिल हुए. इस बीच मंत्री विजयवर्गीय ने विदेशी व्यंजनों पर फिर से तंज कसा. उन्होंने कहा, "हमारा पेट कोई डस्टबिन नहीं है, जिसमें हम कुछ भी गंदगी डाल दें. आजकल जो बाजार में खाद्य सामग्री आई है, जिनमें नूडल्स, पिज़्ज़ा और मोमोज शामिल हैं. ये सभी बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं."

"भारत में हर छठा व्यक्ति शुगर से पीड़ित"

नगरी प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "आने वाला समय मेडिकल साइंस में बहुत बड़ी चुनौती वाला है, मैं एक डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट पढ़ रहा था, तो मैंने पढ़ा भारत में हर छठा व्यक्ति शुगर से पीड़ित है. हर दसवीं महिला को ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना है. कैंसर भी बहुत बड़ी चुनौती बनकर उभर रहा है. हमारे समाज के अंदर तो निश्चित रूप से चिकित्सा जगत उसका इलाज करेगा. लेकिन हमें सावधानी बरतना चाहिए कि हमें कैंसर जैसी बीमारी न हो इसके लिए हमें जागरूक रहने की जरूरत है."

Advertisement

ये खाकर बीमारियों को आमंत्रित कर रहे..

 

एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सम्मान समारोह कार्यक्रम के दौरान एक समूह चित्र में कैलाश विजयवर्गीय.

मंत्री ने कहा, "फूड हैबिट्स में ध्यान दें, हमें क्या खाना है, क्या नहीं खाना है? मैं तो इंदौर हूं. जब घूमता हूं कि मुझे गुस्सा आता है, मैं जिस इस शहर से हो हूं. वहां के लोगों ने रबड़ी और रसगुल्ला खाना छोड़ दिया और पिज़्ज़ा व मैगी खाने लगे. फास्ट फूड खाकर आप बीमारियों को आमंत्रित कर रहे हैं, प्रिजर्व करने के लिए फूड पर जो केमिकल डालते हैं, उससे स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ रहा है."

Advertisement

ये भी पढ़ें- Investment in MP: कोयम्बटूर से ₹3500 करोड़ से अधिक का निवेश प्रस्ताव, CM Mohan Yadav ने किया एमओयू

Advertisement

 अपने पेट को आप डस्टबिन मत बनाएं

उन्होंने कहा कि अगर आप अपने बच्चों से प्यार करते हैं, तो उन्हें सेहतमंद रखने के लिए अच्छे खाद्य पदार्थ खिलाएं. जो यह केमिकल वाले फूड हैं, उस पर हमारी सरकार काम कर रही है. जल्द कार्रवाई करी जाएगी. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं जब बचपन में जिम जाया करता था तो हम कचोरी खाते थे, आलू बड़े खाते थे तो हमें हमारे कोच कहते थे कि केले खाओ आपका पेट डस्टबिन है क्या जो आप कचौड़ी खा रहे हो? मैं भी आपसे यही कहता हूं कि अपने पेट को आप डस्टबिन मत बनाएं. खाद्य पदार्थ में अगर डॉक्टर इस बात की सीख देगा तो लोग उसको मानेंगे.

ये भी पढ़ें- MP News: एमपी में स्वास्थ्य विभाग के बाबू पर लोकायुक्त ने कसा शिकंजा, इतने हजार रुपये की रिश्वत लेते ऐसे दबोचा