Mauganj News: मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना के तहत 23 फरवरी को मऊगंज जिले में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में भारी अव्यवस्था और लापरवाही देखने को मिली. इस कार्यक्रम में कुल 280 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया, लेकिन आयोजन की अव्यवस्थाओं ने वर-वधु और उनके परिजनों की खुशियों पर पानी फेर दिया. कार्यक्रम में उपलब्ध कराए गए खाने से बदबू आने लगी थी. लोगों ने भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाए तो एसडीएम से भी गजब का जवाब मिला, जिसे सुन लोग भी चौंक गए.
लोगों ने खाने की शिकायत की तो मऊगंज के एसडीएम बीके झल्ला गए. उन्होंने कहा कि जाकर अपनी नाक चेक करवाओ, खाना सही है. इसके बाद लोगों में गुस्सा बढ़ गया. बाद में डिप्टी कलेक्टर रश्मि चतुर्वेदी ने भी भोजन की जांच की और कहा, "हमने भी यही खाना खाया है, खाना सही है.
पानी पीने की व्यवस्था भी लचर
पंडाल में पानी पीने की समुचित व्यवस्था नहीं थी. लोग टैंकर से मुंह लगाकर पानी पीने को मजबूर दिखे. एक ओर जहां प्रशासन बड़े-बड़े दावे कर रहा था. वहीं, इस अव्यवस्था ने प्रशासन की पोल खोल दी.
कन्या विवाह में सुरक्षा व्यवस्था भी लचर कार्यक्रम में शामिल लाडली बहनों के लिए बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी. कई महिलाएं जमीन पर बैठकर भोजन करती नजर आईं. वहीं, शादी करने आईं कन्याओं के बीच महिला पुलिसकर्मी भी नदारद रहीं.
कोरेक्स की शीशियों ने खड़े किए सवाल
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि विवाह स्थल पर कोरेक्स की शीशियां पाई गईं, जिसने सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की तैयारियों पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया.
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उज्ज्वला सिलेंडर से बना खाना
सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए गैस सिलेंडरों का उपयोग विवाह सम्मेलन में भोजन पकाने के लिए किया गया. कलेक्टर के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद इन सिलेंडरों का व्यावसायिक उपयोग किया गया, जिससे शासन के आदेशों की खुली अवहेलना हुई.
परिजनों ने जताई नाराजगी
कार्यक्रम में आए वर-वधु और उनके परिजनों ने अव्यवस्थाओं पर गहरी नाराजगी जताई. एक ने कहा कि हम अपनी बेटियों की शादी में आए हैं, लेकिन यहां न तो ठीक से खाना है और न ही पीने के पानी की व्यवस्था. वहीं, एक वर के परिजन ने कहा, "हमारी बेटियों की शादी में इस तरह की लापरवाही दुखद है. प्रशासन को इन बातों का संज्ञान लेना चाहिए."