MP News: आजीविका मिशन में भ्रष्टाचार! पन्ना में फर्जी हस्ताक्षर कर पैसे निकालने का आरोप

Panna NRLM News: मध्यप्रदेश ( Madhya Pradesh) के पन्ना जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (National Rural Livelihood Mission)में शासकीय राशि का गबन कर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगे हैं. कलेक्टर और जिला पंचायत के सीईओ से भी शिकायत हुई है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि सलेहा क्षेत्र में रही ग्रामीण महिलाओं को सशक्त आत्ननिर्भर, गरीबी से दूर करने के लिए संचालित सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है.

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पन्ना - इन महिलाओं ने भी कलेक्टर से की है शिकायत

Panna News: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के पन्ना जिले के सलेहा क्षेत्र सलेहा के कमलाकान्त मिश्रा ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन NRLM कार्यक्षेत्र प्रभारी विजयमानु पाठक व सुपनिल शर्मा समूह की सदस्य महिलाओं को लाभ नहीं पहुंचा रहे हैं. गांव-गांव में आजीविका मिशन के चार- पांच समूह बने हैं. विजय भानु पाठक अपने मित्र सम्बन्धी से गांव की महिलाओं के आधार कार्ड फोटो मंगवा कर अपने लोगों को समूह का अध्यक्ष-सचिव बना लिया है.  इतना ही नहीं गांव के हर एक समूह के अध्यक्ष और सचिव से सांठ गांठ करके समूह के खातों की राशि में से बीस-बीस हजार रूपये  निकाल लिए गए हैं. इतना ही नहीं समूह के सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर कर लिए हैं. यह मामला सिर्फ एक नहीं बल्कि हर एक समूह का है. 

महिलाओं को भी नहीं है जानकारी 

आरोप यह भी है कि सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर कर समूहों की राशि बांट ली जाती है. समूह की महिला सदस्यों को इस बात की जानकारी ही नहीं होती है. शिकायतकर्ता ने बताया कि हर पांच समूह के बीच में ग्राम संगठन का चयन होता है.समूह के अध्यक्ष-सचिव इसे चुनते हैं. लेकिन समूहों के अध्यक्ष-सचिव को भी इस बात का पता नहीं होता है कि ग्राम संगठन का सदस्य कौन है.

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गबन का भी आरोप

कलेक्टर-सीईओ को लिखी शिकायत में कमलाकान्त मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम संगठन के समूह के 60 हजार रूपये को प्रभारी और  अध्यक्ष ने बंटवारा कर लिया. अपने चहेतों व रिश्तेदारों को अध्यक्ष सचिव बना लिया जाता है. सभी समूहों के रजिस्टर कार्यक्षेत्र प्रभारी अपने पास रखे हुए हैं. सीएलएफ में 3,75,000 रूपये की राशि में गबन का भी आरोप है. शिकायकर्ता ने एसपी को एक आवेदन भी दिया है. उसने बताया है कि मामले की जानकारी सार्वजनिक करने पर उन्हें डराया-धमकया भी जा रहा है. प्रलोभन देने से लेकर फर्जी झूठी थाने मे शिकायत की धमकी दी जा रहीं है. 

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