MP News: मध्य प्रदेश में 8600 करोड़ रुपये का ड्रग्स किया गया नष्ट,  78 टन नशे का सामान सीमेंट फैक्ट्री में ऐसे किया गया खाक

Drugs Destroy: मध्य प्रदेश के नीमच में गुरुवार को 78 टन ड्रग्स को पुलिस ने विशेषज्ञों की देखरेख में सीमेंट फैक्ट्री की भट्टी जलाकर खाक कर दिया. ये ड्रग्स पिछले एक साल के दौरान अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए थे. इसकी अनुमानित कीमत 8600 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

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Anti Drugs Operation In Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) की फैक्ट्री से 1800 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स मिलने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि मध्य प्रदेश के ही उज्जैन (Ujjain)  संभाग से 8600 करोड़ के अलग-अलग करीब 78 टन ड्रग्स बरामद होने से एक बार फिर सनसनी फैल गई है.

दरअसल, उज्जैन संभाग के सभी थानों में जब्त किए गए 8600 करोड़ की अलग-अलग करीब 78 टन ड्रग्स को नीमच की विक्रम सीमेंट फैक्ट्री में नष्ट किया गया. इनमें डोडा चूरा, अफीम, स्मैक, एमडीएम, गांजा, चरस सहित अन्य मादक पदार्थ शामिल है.

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अफीम की खेती के लिए बदनाम है नीमच और मंदसौर

देश में मध्य प्रदेश का नीमच और मंदसौर जिला अफीम की खेती के लिए कुख्यात है. यहां बड़ी मात्रा में अफीम का उत्पादन किया जाता है. नीमच जिले में मादक पदार्थ तस्करी से जुड़े मामले आए दिन आते  सामने आते रहते हैं. इस दौरान पुलिस बड़ी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ अफीम, डोडाचूरा, गांजा आदि जप्त करने की कार्रवाई करती रहती है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर 11 जनवरी से 25 जनवरी तक ड्रग्स डिस्पोजल पखवाड़ा मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में यहां जब्त किए 78 टन ड्रग्स को गुरुवार को सीमेंट फैक्ट्री में नष्ट किया गया.

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ऐसे किया गया नष्ट

नीमच जिले के जावद थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली विक्रम सीमेंट फैक्ट्री और अल्ट्राटेक के सीमेंट प्लांट के बॉयलर में गुरुवार को 10 प्रकार के मादक पदार्थ का नष्टीकरण किया गया. इस नष्टिकरण की प्रक्रिया में बड़ी संख्या में वाहनों में पुलिस की ओर से पिछले वर्ष जप्त किए गए अवैध मादक पदार्थों को लाया गया. ये मादक पदार्थ उज्जैन जोन के 7 जिले नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, आगर मालवा, देवास और शाजापुर के विभिन्न थाना क्षेत्र में जब्त किए गए थे.

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इन मादक पदार्थों के नष्टीकरण के दौरान उज्जैन जोन के आईजी उमेश कुमार योगा. रतलाम रेंज के डीआईजी मनोज कुमार सिंह सहित चार जिलों के एसपी और बड़ी संख्या में डीएसपी थाना प्रभारी के अलावा करीब 200 पुलिसकर्मी कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों की मौजूदगी में नस्तीकरण की प्रक्रिया की गई. उज्जैन जोन के आईजी उमेश जोगा ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश पर इन मादक पदार्थों को नष्ट करने का फैसला लिया गया है. इसके लिए पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है. 

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