MP News: लोगों पर छाई अमीरी, एक-दो रुपए के सिक्के के साथ कर रहे हैं ऐसा बर्ताव

2 Rupees Coin Value: एक और दो रुपए के सिक्कों को जबरन चलन से बाहर किए जाने की वजह से लोगों को एक और 2 रुपए का सामान 5 रुपए में खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

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Indian Coins: इन दिनों देश में महंगाई (Inflation) और बेरोजगारी (Unemployment)को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ है. इन दोनों ही समस्याओं से लोग परेशान हैं. इस बीच कुछ लोगों पर अमीरी का ऐसा सुरूर छाया हुआ है कि वह अब एक और दो रुपए के सिक्के (Coins) को भाव देने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं. इनके सामने इन सिक्कों की कोई औकात नहीं है, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. इस मामले में सबसे गंभीर बात ये है कि इस पर शासन-प्रशासन ने भी चुप्पी साध रखी है.

एक और दो रुपए के सिक्कों को जबरन चलन से बाहर किए जाने की वजह से लोगों को एक और 2 रुपए का सामान 5 रुपए में खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. दरअसल, मध्य प्रदेश के मैहर जिले में एक रुपए और दो रुपए के सिक्के को लगभग चलन से बाहर कर दिया गया है. यहां व्यापारियों और दुकानदारों ने इन सिक्कों की लेनदेन करना बंद कर दिया है. इस मामले में सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि बैंक भी सिक्के जमा करने से मना कर देते हैं. इसका खामियाजा आम उपभोक्ता को उठाना पड़ रहा है. उन्हें एक दो रुपए का सामान 5 रुपए में खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है. हालात ये है कि यहां भिखारी भी सिक्के नहीं ले रहे हैं.

अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है बुरा असर

एक और दो रुपए के सिक्के को चलन से बाहर करने के बाद एक रुपए में मिलने वाली माचिस, मोमबत्ती, शैम्पू, तेल के पाउच ,बिस्कुट, टॉफी अब सीधे 5 रुपए में बेची जा रही है. ग्राहक भी इसे खरीदने के लिए मजबूर हैं. इसके जरिए एक तरफ दुकानदार और व्यापारी ग्राहकों की जेब पर डाका डाल रहे हैं. वहीं, इसका दुष्प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है. जानकार बताते है कि जिले के व्यपारियों का ये षड्यंत्र न सिर्फ भारतीय मुद्रा के खिलाफ गंभीर देशद्रोह का अपराध है, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी इसका बुरा असर पड़ सकता है.  

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कलेक्टर ने कार्रवाई की कही बात

इस पूरे मामले में हैरत की बात यह है कि सब कुछ खुलेआम होने के बावजूद स्थानीय शासन प्रशासन कुम्भकरण की नींद में है. इस मामले में जब कलेक्टर रानी बाटड़ से बात की गई, तो उन्होंने इतने संवेदनशील मामले में अफसरों को निर्देश देने की बात कही है. 

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