Debt On Madhya Pradesh Government: मध्य प्रदेश सरकार एक बार फिर 6 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेगी. रंग पंचमी के दिन यानी 19 मार्च के दिन इसी महीने तीसरी बार बाजार से कर्ज लेगी. ये लोन सरकार तीन अलग-अलग किश्तों में अलग-अलग समय सीमा के लिए लेगी, जो 7 साल, 21 साल और 25 साल के लिए होगी.
बजट सत्र के दौरान दूसरी बार लोन
खास बात ये है कि एक बजट सत्र के दौरान मध्य प्रदेश सरकार दूसरी बार कर्ज लेने जा रही है. इसके पहले 12 मार्च को सरकार ने 6 हज़ार करोड़ का कर्ज लिया था और इससे भी पहले 5 मार्च को भी सरकार ने 6 हजार करोड़ का लोन लिया था.
18 फरवरी को भी 6 हजार करोड़ का कर्ज
मार्च 2024 तक मध्य प्रदेश सरकार पर कुल 3.7 लाख करोड़ कर्ज था. इसके बाद लगातार कर्ज लेने से यह आंकड़ा 4 लाख को पार कर चुका है. यानी की जितना बजट सरकार ने इस बार पेश किया है, लगभग उतना ही इस सरकार पर कर्ज है.
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विपक्ष ने साधा निशाना
मध्य प्रदेश सरकार के एक बार फिर कर्ज लेने पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश से ऐसा राज्य है,जहां जब बच्चा पैदा होता है, तो 60,000 का कर्जदार होता है. पटवारी ने कहा कि मुझे तो ये भी समझ में नहीं आता कि मध्य प्रदेश सरकार आखिर कर्ज किस लिए ले रही है? कर्ज लेकर जनहित की योजनाएं संचालित नहीं की जा रही, बल्कि मंत्रियों के बंगले चमकाने में इस राशि का प्रयोग किया जा रहा है.
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