पानी की बाल्टी में डूबी डेढ़ साल की मासूम, खेल-खेल में गई जान; परिवार में मचा कोहराम

मध्य प्रदेश के धार जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जहां डेढ़ साल की मासूम प्रियांशी पानी की बाल्टी में गिरने से डूब गई. यह child accident, toddler drowning case और Madhya Pradesh news से जुड़ी एक हृदयविदारक घटना है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Child Accident Death: मध्य प्रदेश के धार जिले के रिंगनोद क्षेत्र में एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया. घर के आंगन में खेल रही डेढ़ साल की मासूम प्रियांशी खेल-खेल में पानी से भरी बाल्टी में गिर गई और बचने का कोई मौका नहीं मिला. कुछ ही मिनटों में मासूम की सांसें थम गईं और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.

मासूम प्रियांशी आंगन में खेल रही थी

ग्राम पंचायत नयापुरा के पोशीया गांव में शुक्रवार दोपहर प्रियांशी अपने घर के बाहर खेल रही थी. उसके पिता रिश्तेदारी में एक गमी में गए थे और मां बाजार सामान लेने गई थी. घर में कोई बड़ा मौजूद नहीं था और इसी बीच आंगन में रखी पानी की बाल्टी मासूम के लिए खतरा बन गई.

खेलते-खेलते पानी की बाल्टी में गिरी बच्ची

खेलते-खेलते प्रियांशी का बैलेंस बिगड़ा और वह औंधे मुंह बाल्टी में गिर गई. डेढ़ साल की उम्र में वह खुद को संभाल नहीं पाई. यह सब कुछ चुपचाप कुछ ही पल में हो गया और आसपास किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी.

ग्रामीणों ने देखा तो हो गई थी देर

कुछ देर बाद कुछ ग्रामीणों की नजर बाल्टी पर पड़ी तो उन्होंने बच्ची को पानी में डूबा हुआ देखा. तुरंत उसे बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं. मदद की जितनी कोशिशें की जा सकती थीं, की गईं, लेकिन मासूम को अब बचाया नहीं जा सका.

Advertisement

ये भी पढ़ें- 108 एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म, तड़प-तड़पकर मरीज की मौत, दो घंटे लेट भी पहुंची थी

परिवार पर टूटा दुख का पहाड़

घटना की खबर मिलते ही मां-बाप घर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए. मासूम की lifeless body देखकर परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. पूरा गांव भी इस दिल दहला देने वाली घटना से बेहद दुखी है. रिंगनोद चौकी प्रभारी जीएस भयडिया ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पंचनामा तैयार कर बच्ची का शव पीएम के लिए सिविल अस्पताल सरदारपुर भेजा गया है. पुलिस हादसे की जांच गंभीरता से कर रही है.

छोटे बच्चों के लिए खुली बाल्टियां बन सकती हैं बड़ा खतरा

यह दर्दनाक हादसा फिर याद दिलाता है कि घर के आंगन या आसपास में रखी पानी की बाल्टी, टंकी या कोई भी खुला जलस्रोत छोटे बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. गांव में मातम पसरा हुआ है और सभी एक ही बात कह रहे हैं कि काश बाल्टी वहां न रखी गई होती.  

Advertisement

ये भी पढ़ें- Bihar CM कौन बनेगा? BJP बिग ब्रदर की भूमिका में, क्या नीतीश ही रहेंगे? उपेंद्र कुशवाहा का बड़ा दावा