मध्य प्रदेश में कफ सिरप पीने से मासूम बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार ने अब बड़ा कदम उठाया है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि जिन बच्चों की किडनी इस जहरीले सिरप से प्रभावित हुई है, उनके इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी. उन्होंने अधिकारियों को इसके निर्देश भी जारी कर दिए हैं, ताकि किसी भी परिवार को आर्थिक परेशानी न झेलनी पड़े.
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि किडनी संक्रमण से जूझ रहे बच्चों के उपचार का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. इस समय छिंदवाड़ा जिले के 7 और बैतूल जिले के 2 बच्चे नागपुर के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इन बच्चों को बेहतरीन इलाज मिले और किसी भी तरह की लापरवाही न हो.
नागपुर में जारी बच्चों का इलाज
नागपुर के कई अस्पतालों में प्रभावित बच्चों का इलाज चल रहा है, जिनमें सरकारी मेडिकल कॉलेज, एम्स अस्पताल, कलर्स हॉस्पिटल, न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल और गेटवेल हॉस्पिटल शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल से लगातार इन बच्चों के स्वास्थ्य की रिपोर्ट ली जा रही है और जिला प्रशासन परिवारों से सतत संपर्क बनाए हुए है.
प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता
सीएम डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिन 9 बच्चों का इलाज नागपुर में चल रहा है, उनके परिवारों को इलाज की पूरी राशि सरकार की ओर से उपलब्ध कराई जाए. इससे परिवारों पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा और वे पूरी तरह से बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान दे सकेंगे.
'देर आए, दुरुस्त तो बिल्कुल नहीं आए'
सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस नेता नकुल नाथ ने ट्विट किया है। उन्होंने कहा कि "देर आए, दुरुस्त तो बिल्कुल नहीं आए!" प्रदेश सरकार बहुत देर से अपनी कुंभकर्णी नींद से जागी है। नागपुर में इलाजरत 9 मासूम बच्चों के इलाज का खर्च उठाने का आदेश जारी कर देना केवल खानापूर्ति भर है, संवेदनशीलता नहीं।'
मदद के लिए विशेष दल बनाए
मुख्यमंत्री के निर्देश पर छिंदवाड़ा कलेक्टर ने नागपुर में इलाज करा रहे बच्चों की सहायता के लिए तीन दल गठित किए हैं. इन टीमों में एक कार्यपालक मजिस्ट्रेट और एक विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं. इन दलों का काम परिवारों के संपर्क में रहना और यह सुनिश्चित करना है कि इलाज में कोई रुकावट न आए. मुख्यमंत्री यादव ने कहा है कि राज्य सरकार बच्चों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी भी प्रभावित परिवार को अकेला नहीं छोड़ा जाएगा और सभी को हर स्तर पर सहायता दी जाएगी.
नागपुर में चल रहा 9 बच्चों का इलाज
दूषित कोल्डड्रिप सिरप की वजह से किडनी संक्रमण से ग्रस्त छिंदवाड़ा के 7 और बैतूल के 2 इस तरह कुल 9 बच्चे नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में उपचार-रत हैं. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उक्त बच्चों के इलाज का पूरा व्यय राज्य शासन द्वारा वहन करने के निर्देश दिए हैं. इलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कार्यपालिक दंडाधिकारी और डाक्टर्स की संयुक्त टीम की तैनाती नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में की गई है. उक्त टीम द्वारा प्रभावित परिवारों और अस्पतालों के साथ सतत संपर्क में रहकर बच्चों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था की जा रही है.