BJP-कांग्रेस की ये 2 महिला MLA चर्चा में क्यों? एक दे रही हजारों का इनाम, दूसरी पीट रही माथा

Madhya Pradesh News: BJP MLA Kanchan Tanve ने Fake Currency Case में सूचना देने वालों को ₹50,000 का इनाम घोषित किया, वहीं Congress MLA Nirmala Sapre की Membership पर MP High Court ने Notice जारी किया है. मामला अब उनकी विधायकी पर असर डाल सकता है.

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Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस की दो महिला विधायक इन दिनों चर्चा में हैं. एक विधायक लोगों को 50 हजार रुपए तक का इनाम दे रही हैं, जबकि दूसरी महिला की विधायकी संकट में पड़ती नजर आ रही है. हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के सागर जिले की बीना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे और खंडवा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक कंचन मुकेश तनवे की.

Kanchan Tanve BJP MLA Khandwa: मदरसा नकली नोट कांड

खंडवा विधायक कंचन मुकेश तनवे ने शुक्रवार को गांव पेठिया के एक मदरसे में निरीक्षण किया, जहां मौलाना जुबैर अंसारी के कमरे से 19 लाख रुपए से अधिक के नकली नोट बरामद हुए थे.  

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बीजेपी विधायक कंचन तनवे ने घोषणा की कि जो भी व्यक्ति नकली नोट या आतंकवाद जैसी अवैध गतिविधियों की जानकारी देगा, उसे 50 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को भी ऐसी जानकारी तुरंत पुलिस को देनी चाहिए ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके.

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Nirmala Sapre, MLA Bina: सदस्यता पर छाया संकट

मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे को दल-बदल कानून के तहत मध्य प्रदेश हाई कोर्ट का नोटिस मिला है, जिसका जवाब उन्हें 18 नवंबर तक देना होगा. राजनीतिक जानकारों की मानें तो यह मामला उनकी विधायकी पर असर डाल सकता है. 

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दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में निर्मला सप्रे ने कांग्रेस की टिकट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उन्होंने कांग्रेस छोड़े बिना ही भाजपा नेताओं से नजदीकियां बढ़ा लीं. हालांकि उन्होंने औपचारिक रूप से भाजपा ज्वाइन नहीं की थी.

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कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की भाजपा से बढ़ती नजदीकियों के चलते विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने जून 2024 में विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष दल-बदल कानून के तहत याचिका दायर की. चूंकि विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र तोमर ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया, इसलिए उमंग सिंघार ने यह मामला मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में पहुंचाया. हाई कोर्ट की जबलपुर बेंच ने 7 नवंबर को सुनवाई करते हुए विधायक निर्मला सप्रे और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.