MP Winter Session: मध्य प्रदेश विधानसभा शीत सत्र के पहले दिन ही भारी हंगामा, कफ सिरप से मासूमों की मौतों पर घमासान

Madhya Pradesh Winter Session News: मध्य प्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र के पहले दिन कफ सिरप से 24 बच्चों की मौत, एमवाय अस्पताल में चूहों के काटने से नवजातों की मौत जैसी घटनाओं पर कांग्रेस ने खूब हंगामा किया. कांग्रेस विधायक सेना पटेल पूतना के रूप में गले में कफ़ सिरप की बोतल की माला पहने प्रदर्शन करती नज़र आई. आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार मासूमों के जीवन के लिए ख़तरा बन चुकी है.

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MP Winter Session News: मध्य प्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन जमकर हंगामा हुआ. सदन के अंदर भी, सदन के बाहर भी विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा. सदन में ध्यान आकर्षण प्रस्ताव के दौरान भी कांग्रेस के सदस्य आसंदी के पास पहुंच गए और आरोप लगाया कि लगातार छोटे सत्र आयोजित कर विधायकों की भूमिका समाप्त करने का षड्यंत्र किया जा रहा है.

दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा का ये सत्र 5 दिसंबर तक चलेगा, हालांकि विधानसभा की बैठक 4 दिन ही चलेगी, क्योंकि 3 दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की बरसी पर स्थानीय अवकाश के कारण विधानसभा की भी छुट्टी रहेगी. इस छोटे से सत्र के लिए विधानसभा सचिवालय को कुल 1497 सवाल मिले हैं, जिनमें 751 तारांकित और 746 अतारांकित प्रश्न हैं. वहीं, ध्यानाकर्षण की 194, स्थगन प्रस्ताव की 6, सूचनाएं मिली हैं. इसके अलावा, 2 शासकीय विधेयक भी सत्र में पारित होने हैं.

सरकार को बताया मासूमों के लिए खतरा

मध्य प्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र के पहले दिन कफ सिरप से 24 बच्चों की मौत, एमवाय अस्पताल में चूहों के काटने से नवजातों की मौत जैसी घटनाओं पर कांग्रेस ने खूब हंगामा किया. कांग्रेस विधायक सेना पटेल पूतना के रूप में गले में कफ़ सिरप की बोतल की माला पहने प्रदर्शन करती नज़र आई. आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार मासूमों के जीवन के लिए ख़तरा बन चुकी है.

सत्ता और विपक्ष में जमकर हुई तीखी नोंकझोंक

वहीं, सदन के अंदर शोक प्रकट करने के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कफ सिरप से हुई मौत, SIR में गड़बड़ी और काम के दबाव में बीएलओ की मौत का मुद्दा भी उठा दिया, जिससे सत्ता और विपक्ष में तीखी नोंकझोंक हुई. इस पर बीजेपी विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा कि शोक संवेदना व्यक्त की जा रही थी, यह काफी गंभीर समय होता है. उस वक्त ये सब नहीं करना चाहिए, सबकी बातें सुनी जा रही हैं.

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छोटे सत्र का भी उठा मुद्दा

वहीं, विधानसभा के शीतकालीन सत्र को मात्र 5 दिन में समेटने पर भी विपक्ष ने आपत्ति जताई. कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने आरोप लगाया कि सत्र छोटा करके विधायकों की अहमियत कम की जा रही है. इस पर कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने सफाई देते हुए कहा कि हम जनता की आवाज़ हमेशा सुनते हैं, आज भी सुनेंगे, सत्र छोटा नहीं हो रहा है.

सदन में गूंजा किसानों मुद्दा

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सदन की कार्यवाही के दौरान अतिवृष्टि से हुए किसानों को हुए नुकसान पर भी नियम 139 के तहत चर्चा हुई. इस मौके पर कांग्रेस ने विधायकों को व्हिप जारी कर सरकार के खिलाफ वोट करने को कहा. इसके अलावा, भावांतर के मुद्दे पर भी सरकार कांग्रेस के सवालों से घिरी ही, खुद बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी अपनी सरकार पर सवाल उठा दिया. वहीं, संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि योजना में 2 लाख 67 हजार किसानों को 432 करोड़ रुपये भावांतर की राशि के रूप में दिए गए हैं. 

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