छिंदवाड़ा विधानसभा सीट : कमलनाथ को चुनौती देने पर क्या बोले BJP के विवेक बंटी साहू? 

पिछले चुनावों में विवेक बंटी छिंदवाड़ा सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाए थे. BJP ने एक बार फिर विवेक साहू पर भरोसा जताते हुए उन्हें छिंदवाड़ा से प्रत्याशी बनाया है. NDTV से बात करते हुए विवेक बंटी साहू ने चुनावों पर चर्चा की है. 

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छिंदवाड़ा विधानसभा से BJP के प्रत्याशी विवेक बंटी साहू

Madhya Pradesh Assembly Elections: विधानसभा चुनाव की तारीखों के सामने आते ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. भाजपा ने सियासी दांव चलते हुए अपने कई दिग्गज नेताओं समेत सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारा है. मध्य प्रदेश की सबसे VIP सीट छिंदवाड़ा से BJP ने विवेक बंटी साहू को उम्मीदवार बनाया है. छिंदवाड़ा सीट पर काफी समय से कांग्रेस का दबदबा कायम रहा है. पिछले चुनावों में विवेक बंटी छिंदवाड़ा सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाए थे. BJP ने एक बार फिर विवेक साहू पर भरोसा जताते हुए उन्हें छिंदवाड़ा से प्रत्याशी बनाया है. NDTV से बात करते हुए विवेक बंटी साहू ने चुनावों पर चर्चा की है. 

सवाल: चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका हैं. आप छिंदवाड़ा विधानसभा से BJP के प्रत्याशी है. आपके सामने कांग्रेस का बड़ा चेहरा कमलनाथ हैं. इस बार आपकी क्या रणनीति होगी?

जवाब: मैं उन्हें नेता के रूप में नहीं मानता, मैं उन्हें एक व्यवसायी के रूप में जानता हूं. उन्होंने राजनीति को व्यवसाय बनाया. जब से वह विधायक बने हैं, उन्होंने कभी लोगों की सुध नहीं ली. जनप्रतिनिधि का क्या मतलब होता है? जो लोगों की समस्या सुने और उन्हें हल करे. लेकिन अब ऐसा चलने वाला नहीं है. छिंदवाड़ा के लोगों ने कोरोना काल भी देखा, जिस समय उनकी जरूरत थी, कमलनाथ और नाथ परिवार गायब था. लेकिन मेरे नेतत्व में BJP के कार्यकर्ता PPE किट पहनकर निकले और लोगों को दवाइयां, राशन मुहैया कराया. छिंदवाड़ा की जनता ने अब मन बना लिया है कि इस बार BJP को ही जीत की माला पहनाएंगे. 

सवाल: पिछले उप चुनाव में आपसे क्या चूक हुई थी और इस बार उसे कैसे सुधारेंगे ?

जवाब: नहीं, पिछले चुनाव में कोई चूक नहीं हुई. पिछली बार मुझे सिर्फ 20 दिन का समय मिला. मैंने BJP के देवतुल्य कार्यकर्ता के दम पर वोट हासिल किए. कमलनाथ सिर्फ वोटों से जीत पाए. करोड़ों रुपया बांटा गया, कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाया गया. फर्जी मुकदमे बनाए गए. इसके बाद भी प्रदेश का मुख्यमंत्री सिर्फ 24000 वोटों से चुनाव जीत पाया. प्रदेश के मुख्यमंत्री के विरोध में 90000 वोट दे रहे हैं. छिंदवाड़ा की जनता कमलनाथ से ऊब चुकी है. मेरा कमलनाथ से सवाल है कि उन्होंने युवाओं के लिए क्या किया? वह केंद्र में उद्योग मंत्री थे. उन्होंने ऐसा उद्योग क्यों नहीं खोला जिससे छिंदवाड़ा के युवाओं को रोजगार मिलता. कमलनाथ कई बड़ी कंपनियों के मालिक हैं लेकिन छिंदवाड़ा में कुछ नहीं खोला. निश्चित ही इस बार छिंदवाड़ा इतिहास रचने वाला है. 

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सवाल: BJP ने इस बार जिले की 7 में से 6 विधानसभा से 2 में महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया है. इसके पीछे क्या वजह है?

जवाब: ये रणनीति का हिस्सा होता है जिससे हमारे प्रत्याशी हर बूथ तक पहुंच सकें, जनता तक पहुंच सके और उनका आशीर्वाद ले सकें. 

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सवाल: कमलनाथ का हमेशा आरोप रहता है कि बीजेपी ने सौदे की सरकार बनाई है. इस सौदे की सरकार से छिंदवाड़ा के विकास कार्यों को बड़ा नुकसान हुआ है?

जवाब: कमलनाथ खुद धनबल का इस्तेमाल करके चुनाव जीतते आए हैं. कमलनाथ ने खुद सरकार गिराई. वहां पर विधायकों की इज्जत नहीं थी. विधायकों को समय नहीं देते थे. ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे मजबूत नेता को सम्मान नहीं दिया गया. इसके कारण कांग्रेस की सरकार गिरी. मैं कमलनाथ से यही कहना चाहता हूं कि कोई विधायक अपना ईमान नहीं बेचता, कोई पार्षद इस्तीफा नहीं देता लेकिन सिंधिया के साथ 23 विधायक आए थे और जब कोरोना का समय था तब वह आइफा का कार्यक्रम करवा रहे थे. उनकी सरकार गिरने का यही कारण है. 

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सवाल: इस बार छिंदवाड़ा और पांढुरना में BJP कितनी सीटें जीतेगी?

जवाब: छिंदवाड़ा और पांढुरना को हम एक ही सीट मानते हैं. शिवराज सिंह चौहान ने पांढुरना को नया जिला बनाया है. वहां के लोग अब बहुत खुश हैं. 5 सीट छिंदवाड़ा और 2 सीट पांढुरना, सातों सीटों पर भाजपा का परचम लहराएगा. 

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