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MP Elections: कांग्रेस की पूर्व विधायक सविता दीवान BJP में हुई शामिल, इस्तीफे के बाद दिया बयान 

Madhya Pradesh Assembly Elections: कांग्रेस (Congress) पार्टी में कई महत्वपूर्ण संगठन के पदों पर रहीं सविता दीवान ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. इसी के साथ वह दीवान नर्मदापुरम में BJP के हाथों को मज़बूत करते हुए नज़र आएगी…नर्मदापुरम जिले के साहोपुर (Sahopur Assembly) विधानसभा सीट से कांग्रेस ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पराज पटेल (Pushpraj Patel) को टिकट दिया है.

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केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में सविता दीवान ने BJP की ली सदस्यता

Madhya Pradesh Assembly Elections: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) को लेकर सियासत तेज़ है. चुनावी समर में लगातार नेताओं के दल-बदल का दौर जारी है और इसी बीच कांग्रेस की नर्मदापुरम (Narmadapuram) के पूर्व विधायक सविता दीवान (Savita Deewan) ने गुरुवार BJP का दामन थाम लिया. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) की मौजूदगी में सविता दीवान (Savita Deewan) ने BJP की सदस्यता ली. बता दें कि कांग्रेस (Congress) पार्टी में कई महत्वपूर्ण संगठन के पदों पर रहीं सविता दीवान ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. इसी के साथ वह दीवान नर्मदापुरम में BJP के हाथों को मज़बूत करते हुए नज़र आएगी…नर्मदापुरम जिले के साहोपुर (Sahopur Assembly) विधानसभा सीट से कांग्रेस ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पराज पटेल (Pushpraj Patel) को टिकट दिया है. कांग्रेस की महामंत्री सविता दीवान शर्मा ने पटेल को टिकट देने  विरोध जताते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था. 

"कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस को बनाया बंधक" 

दीवान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को इस्तीफा भेज दिया था. इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भी लोगों को सूचना दी गई थी. दरअसल, पुष्पराज पटेल व सविता दीवान शर्मा के बीच पिछले कई सालों से मनमुटाव चला आ रहा था. BJP में शामिल होते ही सविता दीवान कांग्रेस पर जमकर बरसीं. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि असल राजनैतिक और मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं नेताओं की कांग्रेस में कोई हैसियत नहीं है. सविता दीवान शर्मा नर्मदापुरम क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुकी हैं और वे सोहागपुर से टिकट मांग रही थीं. सविता दीवान शर्मा ने आरोप लगाया है कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी को बंधक बना लिया है. इनके कारण कांग्रेस में गलत तरीके से टिकट वितरण हुआ है. कर्मठ कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया है. 

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इस्तीफे के बाद जज़्बाती होती नज़र आईं सविता दीवान

सविता दीवान शर्मा के इन बागी तेवरों का असर कांग्रेस पर पड़ सकता है. कांग्रेस को लगभग 45 सीटों पर इसी तरह से विरोध का सामना करना पड़ रहा है. बागियों को साधने में कांग्रेस को अतिरिक्त कोशिश करनी पड़ रही हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से सविता दीवाने ने जो इस्तीफ़ा लिया उसमें वो काफ़ी इमोशनल भी होती हुई नज़र आईं थी. दीवान ने जो इस्तीफा दिया हैं उसमें लिखा है, 

"मैं जिले की आखिरी कांग्रेस विधायक हूं अपने राजनैतिक जीवान में तीस वर्षों में से पिछले बीस वर्षों में प्रदेश के कई हिस्सों में संगठन का काम बेहद ईमानदारी से किया…अनेक उपचुनावों की प्रभारी तथा जिलों की प्रभारी रही हूं. मैंने महसूस किया है कि बीस सालों से सत्ता में न रहने के बाद भी प्रदेश का कार्यकर्ता जी-जान से पार्टी के साथ निष्ठावान रहा है और इस उम्मीद से रहा कि इस बार शायद पार्टी सरकार में आ जाए." 


दीवान ने लिखा , "मेरे पिताजी ने भी एक समर्पित कार्यकर्ता की तरह कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया है. वो एक महान विभूति थे लेकिन पुष्पराज पटेल पर आरोप लगाते हुए दीवान ने लिखा कि  पुष्पराज पटेल ने उनके पिता पर बेबुनियादआरोप लगाए हैं और उनकी पार्टी ने पटेल को ही टिकट दिया है जोकि दीवान परिवार के लिए असहनीय है. इसलिए उन्होंने इस्तीफ़ा देने का ज़िक्र किया."

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