धार जिले में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ प्रधान आरक्षक

Dhar News: धार जिले में लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना राजौंद के प्रधान आरक्षक बनेसिंह परमार और उनके सहयोगी भारत डामर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है.

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Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है. महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद के निर्देश पर इंदौर लोकायुक्त इकाई ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना राजौंद जिला धार के प्रधान आरक्षक बनेसिंह परमार, और सहयोगी भारत डामर पिता पूना डामर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया. 

लोकायुक्त महानिदेशक जयदीप प्रसाद ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति अपनाई है, जिसके चलते प्रदेश भर में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. वहीं इन दिनों धार जिला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. आए दिन जिले में लोकायुक्त की कार्रवाई देखने को मिल रही है. 

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क्या है मामला? 

आवेदक नानूराम ओसारी पिता नारायण उम्र 28 वर्ष निवासी-ग्राम झिन्झापाडा तहसील-सरदारपुर ने रिश्वत मांगने को लेकर लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करवाई थी. शिकायत के सत्यापन के बाद लोकायुक्त टीम ने आज कार्रवाई करते हुए आरोपी बनेसिंह परमार जो थाना राजोद में प्रधान आरक्षक है और दूसरे आरोपी भारत डामर पिता पूना डामर उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम पांच महुंआ तहसील सरदारपुर को गिरफ्तार कर लिया है. 

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एफआईआर से नाम हटाने के लिए मांगे 50 हजार

दरअसल पूरा मामला सरदारपुर के बोला गांव का बताया जा रहा है. आवेदक नानूराम के अनुसार, वह 14 मार्च को दोपहर में ग्राम बोला सरदारपुर में भजन संध्या करने के लिये गया था. उसी दिन आवेदक के गांव में भगवान सिंह भाभर और सुरेश औसारी का झगड़ा हो गया था. इसकी रिपोर्ट भगवान सिंह की पत्नी छन्नूबाई ने पुलिस थाना राजोद में सुरेश औसारी के साथ-साथ आवेदक के परिवार के करीब 8 लोगों के खिलाफ दर्ज करवाई थी, जिसका अनुसंधान पुलिस थाना राजौद के प्रधान आरक्षक बनेसिंह परमार द्वारा की जा रही थी. 15 मार्च को आरोपी ने आवेदक को थाने पर बुलाया था. आवेदक ने आरोपी को बताया कि वह 14 मार्च को भजन संध्या में ग्राम बोला गया था और आज ही सुबह वापस आया है ओर घटना में शामिल नहीं था. 

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22, 500 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुए प्रधान आरक्षक

आवेदक नानूराम का नाम एफआईआर से हटाने के एवज में प्रधान आरक्षक बने सिंह ने आवेदक का नाम केस से हटाने के एवज में 50,000/-रू. रिश्वत की मांग की थी जिसकी शिकायत आवेदक ने लोकायुक्त इंदौर में दर्ज करवाई थी. सत्यापन के बाद पुलिस अधीक्षक विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त राजेश सहाय ने ट्रैपिंग कार्रवाई का निर्देश दिया था. 

सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर आज ट्रेप दल का गठन किया गया और आरोपी बनेसिंह परमार के कहने पर आरोपी भारत डामर द्वारा आवेदक से रिश्वत राशि 22,500/- रू प्राप्त करने पर आरोपी भारत डामर को रंगे हाथों पकड़ा गया. दोनों आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7 एवं धारा 61(2) बीएनएस 2023 के अंतर्गत कार्रवाई पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस सरदारपुर में जारी है.

इस ट्रैपिंग दल ने दिया कार्वाई को अंजाम

पूरी कार्रवाई लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान निरीक्षक राहुल राजभिये प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव आरक्षक विजय कुमार आरक्षक अशीष नायडू आरक्षक कमलेश परिहार आरक्षक आशीष आर्य और शेरसिंह ठाकुर ने अंजाम दिया है. 

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