Lok Sabha Elections 2024 : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की जनता ने लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गजब का भरोसा जताया है. BJP ने प्रदेश की 29 में से 29 लोकसभा सीटों पर क्लीन स्वीप किया है. बात करें खंडवा लोकसभा सीट (Khandwa Lok Sabha Seat) की तो यहां से BJP प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटील की 2 लाख 70 हजार वोटों से जीत हुई लेकिन ज्ञानेश्वर पाटील (Gyaneshwar Patil) अपनी गृह विधानसभा (Home Assembly) बुरहानपुर (Burhanpur) से 7 हजार वोटो से पिछड़ गए.
बुधवार को अपने गृह नगर बोहरडा में बुरहानपुर की हार पर कार्यकर्ताओं ने BJP जिलाध्यक्ष मनोज माने (District President Manoj Mane) की कार्यशाली को लेकर जमकर हंगामा किया और सार्वजनिक रूप से जिलाध्यक्ष से नैतिकता के आधार पर इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की मांग की. उधर, नवनिर्वाचित सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने बड़ा दिल करते हुए यह स्वीकार किया कि अगर मुझे से कोई गलती हुई होगी तो मैं जिम्मेदारी लेता हूं.
कांग्रेस ने नरेंद्र पटेल पर लगाया था दांव
मिली जानकारी के मुताबिक, खंडवा लोकसभा क्षेत्र से BJP प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटील ने 8 विधानसभाओं में से 7 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के प्रत्याशी नरेंद्र पटेल को पछाड़ दिया लेकिन ज्ञानेश्वर पाटील अपनी गृह विधानसभा क्षेत्र बुरहानपुर से 7 हजार वोटों से पिछड़ गए. बुधवार को उनके निवास पर जीत की बधाई देने पहुंचे कार्यकर्ताओं को बुरहानपुर से हार का मलाल है. जब पार्टी के जिलाध्यक्ष मनोज माने यहां पहुंचे तो नाराज कार्यकर्ताओं ने सांसद ज्ञानेश्वर पाटील के सामने ही हंगामा खड़ा कर दिया और अपने ही जिलाध्यक्ष को जमकर खरी-खोटी सुनाई और बुरहानपुर में मिली हार की नैतिक जवाबदारी लेते हुए जिलाध्यक्ष से इस्तीफे की मांग कर डाली.
जिलाध्यक्ष से उठी इस्तीफे की मांग
बुरहानपुर विधानसभा क्षेत्र से BJP सांसद के पिछड़ने पर BJP की गुटबाजी एक बार फिर सामने आ गई है. BJP के जिला उपाध्यक्ष व सांसद ज्ञानेश्वर पाटील के करीबी आदित्य प्रजापति का कहना है कि ऐतिहासिक जीत में बुरहानपुर सीट से मिली हार हमारे लिए काला टीका बन गया है. चुनावों के ठीक पहले 200 बूथ अध्यक्षों व एक मंडल अध्यक्ष को परिवर्तित करना यह भी एक प्रमुख कारण है. उन्होंने साफ कहा कि संगठन के क्रियाकलापों के कारण बुरहानपुर सीट से बीजेपी पिछड़ गई है जिसकी शिकायत पार्टी आला कमान से की जाएगी. उधर, नेपानगर विधानसभा सीट से लगातर बीजेपी को हर चुनाव में बढ़त मिलती है लेकिन नेपानगर नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष मधु चौहान ने संगठन पर नेपानगर के कार्यकर्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है.
गुटबाजी पर कांग्रेस ने कसा तंज
सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने अपनी ऐतिहासिक जीत पर खंडवा के मतदाताओं का आभार व्यक्त किया लेकिन बुरहानपुर विधानसभा सीट से उन्हें जो बढत नहीं मिली उसकी उन्होने जिम्मेदारी ली है उन्होने साफ किया चुनाव जीते या हारे हर परिणाम के बाद संगठन समीक्षा करता है इस बार भी समीक्षा होगी और जो निर्णय संगठन को लेना है वह संगठन लेगा. दिसृ तरफ बीजेपी की जीत के बाद भी बुरहानपुर सीट से मिली हार पर कांग्रेस काफी खुश है. बीजेपी कार्यकर्ताओं के हंगामे पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष रिंकू टाक ने तंज कसते हुए कहा कि
रिंकू टाक
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