Lok Sabha Election: चुनाव से पहले कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, 54 नेताओं ने थामा भाजपा का दामन

2024 Lok Sabha Election: कांग्रेस नेता के एकाएक पार्टी छोड़ देने के बाद इसे कांग्रेस के लिए बड़े नुकसान के तौर पर देखा जा रहा है. न केवल खुद बैजनाथ सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं, बल्कि उनके साथ उनके कई समर्थकों ने भी सिंधिया का हाथ थामते हुए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने की घोषणा कर दी है. यही वजह है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतने की आशंका जाहिर की जा रही है.

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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव नजदीक आते नेताओं के पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है. खासकर कांग्रेस (Congress) में भगदड़ जैसी स्थिति नजर आ रही है. इसी कड़ी में अब कांग्रेस पार्टी के शिवपुरी (Shivpuri) जिले के पूर्व अध्यक्ष और बीते विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में कांग्रेस के प्रत्याशी बैजनाथ सिंह यादव (Baidhnath Singh yadav) अपने कई समर्थकों के साथ बुधवार को भाजपा (BJP) में विधिवत रूप से शामिल हो गए. बैजनाथ यादव ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके साथ कांग्रेस (Congress) छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे, लेकिन बाद में वह भाजपा और सिंधिया का साथ छोड़कर फिर से कांग्रेस में वापस आ गए थे, अब एक बार फिर से उन्होंने अपने 54 समर्थकों के साथ पाला बदल लिया है.

40 सरपंच और 14 जनपद सदस्यों ने छोड़ चुके हैं कांग्रेस

बीते विधानसभा चुनाव में कोलारस विधानसभा सीट से प्रत्याशी रहे बैजनाथ सिंह यादव के साथ बुधवार को भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस नेताओं में 40 से ज्यादा सरपंच और 14 से ज्यादा जनपद सदस्य भी शामिल हैं. इसके अलावा  सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा करते हुए कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है.

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कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था विधानसभा चुनाव

कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 2023 के विधानसभा चुनाव में कोलारस विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वह सिंधिया और भाजपा के प्रत्याशी महेंद्र सिंह यादव से 50,000 से भी ज्यादा वोटो से  हार गए थी. इस करारी हार के बाद वह एक बार फिर से सिंधिया का साथ देने के लिए भाजपा में शामिल हो गए हैं.

 जमीनी नेता हैं बैजनाथ सिंह यादव

पूर्व कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे बैजनाथ सिंह यादव अपनी राजनीति और क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखने वाले नेताओं में शुमार होते हैं. लोकसभा चुनाव से पहले उनके एकाएक भाजपा में चले जाने से कांग्रेस को कहीं न कहीं बड़ा नुकसान होने की आशंका है. इसे कांग्रेस को सिंधिया का जोरदार झटका धीरे से  देने को तौर देखा जा रहा है.

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विधानसभा चुनाव में सिंधिया ने कहा था बैजनाथ मेरे दिल के करीब

भले ही भाजपा ने महेंद्र सिंह यादव को अपना प्रत्याशी बनाकर कोलारस विधानसभा क्षेत्र से उतरा था, लेकिन बैजनाथ सिंह यादव को सिंधिया ने बीच चुनाव के दौरान कोलारस पहुंचकर सबके सामने कहा था कि बैजनाथ सिंह मेरे दिल के करीब है. उस समय सिंधिया के इस बयान पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे. यहीं वजह है कि  अब बैजनाथ सिंह यादव सिंधिया का साथ देने के एक बार फिर से यहां भाजपा में शामिल हो गए हैं. इसका अर्थ साफ तौर पर समझ आने लगा है.

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इलाके में कांग्रेस के कद्दावर नेता थे यादव

सिंधिया के साथ अपनी राजनीति शुरू करने वाले बैजनाथ सिंह यादव को कांग्रेस के कद्दावर नेता माना जाता था. वह कांग्रेस में रहते हुए न केवल जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अपनी पत्नी को काबिज करवाने में कामयाब रहे, बल्कि उन्होंने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर भी पार्टी के लिए काम कर चुके हैं. हालांकि, वह  सिंधिया के बहुत गरीबी नेताओं में से माने जाते हैं.

कांग्रेस के लिए है बड़ा झटका

कांग्रेस नेता के एकाएक पार्टी छोड़ देने के बाद इसे कांग्रेस के लिए बड़े नुकसान के तौर पर देखा जा रहा है. न केवल खुद बैजनाथ सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं, बल्कि उनके साथ उनके कई समर्थकों ने भी सिंधिया का हाथ थामते हुए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने की घोषणा कर दी है. यही वजह है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतने की आशंका जाहिर की जा रही है.

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कांग्रेस से और नेता भी हो सकते हैं भाजपा में शामिल

 2024 के लोकसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक है. ऐसे में आचार संहिता की घोषणा कभी भी हो सकती है, लेकिन उससे पहले जो खबर सूत्रों के हवाले से आ रही है, उसके मुताबिक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं की संख्या आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है.

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