पशुओं को खुले में छोड़ना पड़ेगा महंगा, जाना पड़ सकता है जेल, भोपाल नगर निगम का नया फरमान

Stray Animals In Bhopal: मध्य प्रदेश में सड़कों पर मौजूद पालतू पशुओं से सड़क दुर्घटना में बेतहाशा वृद्धि हुई है. फिलहाल, राजधानी की सड़कों पर 7 हजार से ज्यादा मवेशियों का डेरा हैं, जिन्हें हटाने के साथ ही नगर निगम सीमा में संचालित 800 डेयरियों को शिफ्ट करने की कवायद में है. 

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Stray Animals On Road: मध्य प्रदेश में सड़कों पर छुट्टा घूमने वाले पशुओं से सड़क दुर्घटना में वृद्धि को देखेत हुए भोपाल नगर निगम में सड़कों पर आवारा घूमने वाले पालतू पशु मालिकों को चिन्हित कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का नया फरमान जारी किया है.नगर निगम ने के मुताबिक ऐसे पशु पालकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेगा.

मध्य प्रदेश में सड़कों पर मौजूद पालतू पशुओं से सड़क दुर्घटना में बेतहाशा वृद्धि हुई है. फिलहाल, राजधानी की सड़कों पर 7 हजार से ज्यादा मवेशियों का डेरा हैं, जिन्हें हटाने के साथ ही नगर निगम सीमा में संचालित 800 डेयरियों को शिफ्ट करने की कवायद में है. 

आवारा पशुओं से निपटने के लिए भोपाल नगर निगम ने जारी किया नया फरमान

भोपाल की सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं से निपटने के लिए भोपाल नगर निगम द्वारा जारी नए फरमान पर प्रतिक्रिया देते हुए भोपाल नगर निगम कमिश्नर का कहना है कि सड़क पर आवारा पशुओं की तादाद में वृद्धि से सड़क हादसों में लगातार वृद्धि हुई हैं. उन्होंने कहा कि बढ़ती सड़क दुर्गटन को जिसको देखते हुए उक्त फैसला लिया गया है.

सड़कों पर घूमने वाले पशुओं को कांजी हाउस और गौशाला में भेजने के निर्देश

भोपाल नगर निगम कमिश्नर ने सोमवार को गोवर्धन परियोजना की समीक्षा की और इस दौरान कमिश्वर ने निगम आयुक्त को सड़कों पर घूमने वाले पशुओँ को कांजी हाउस और गौशाला भेजने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि निगम ने समीक्षा के दौरान पाया कि कई बार मौके पर विवाद की स्थिति बन जाती है.

माना जाता है कि योजना विहीन व्यवस्था के चलते सड़कों पर आवारा पशुओं की तादाद में वृद्धि होती है. खासकर बारिश के मौसम में सड़कों पर इनकी तादाद ज्याद बढ़ जाती है. चूंकि पशु मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती है, जिससे आए दिन सड़क दुर्घटना होती रहती है. 

सड़क पर पालतु पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों पर दंड प्रावधान लचीला

 कमिश्नर ने कहा कि आवारा पशुओं को सड़क पर छोड़ने वाले पशु मालिकों के खिलाफ दंड का प्रावधान लचीला है. वहीं, आर्थिक जुर्मान की राशि भी कम है. यही कारण है कि सड़कों पर पशुओं को छोड़ने वाले मालिकों पर जूं नहीं रेंगती है, क्योंकि आगे कोई कार्रवाई नहीं होती है.  उन्होंने कहा, इसी को देखते हुए उक्त कड़ा निर्णय लिया गया है.   

बारिश के चलते भोपाल की सड़कों पर बढ़ी है मवेशियों की तादाद

माना जाता है कि योजना विहीन व्यवस्था के चलते सड़कों पर आवारा पशुओं की तादाद में वृद्धि होती है. खासकर बारिश के मौसम में सड़कों पर इनकी तादाद ज्याद बढ़ जाती है. चूंकि पशु मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती है, जिससे आए दिन सड़क दुर्घटना होती रहती है. 

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