Labour Protest: काम पूरा होने के बाद नहीं मिला मेहनताना, मजदूरों ने फिर डाला विदिशा कलेक्ट्रेट में डेरा

Vidisha Labour Protest: झाबुआ से कई मजदूर आकर विदिशा कलेक्ट्रेट के सामने लगातार दो दिन से धरने पर बैठे हैं. उनकी शिकायत है कि उनसे काम करा लिया गया, लेकिन उनका मेहनताना नहीं दिया गया है.

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विदिशा कलेक्टर के सामने मजदूर बैठे धरने पर

Vidisha News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा जिले में पिछले दो दिनों से झाबुआ से आए मजदूर कलेक्ट्रेट परिसर में डटे हुए हैं. मजदूरों का आरोप है कि उन्होंने सागर जिले के राहतगढ़ के बहादुरपुर बीट क्षेत्र में वन विकास निगम के तहत गड्ढा खोदने का काम किया था, लेकिन अब तक उन्हें उनका मेहनताना नहीं मिला है. दरअसल, वन विकास निगम द्वारा 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में पौधारोपण के लिए गड्ढे खोदने का काम झाबुआ के मजदूरों को सौंपा गया था. मजदूरों की निगरानी के लिए बीट गार्ड के रूप में विदिशा जिले के एक स्थानीय व्यक्ति को नियुक्त किया गया.

कलेक्टर परिसर के सामने धरने पर बैठे मजदूर

काम पूरा होने के बाद जब मजदूरों ने भुगतान की मांग की, तो निगम के अधिकारियों ने यह कहकर पेमेंट रोक दिया कि गड्ढे मानक के अनुसार नहीं खोदे गए और निर्धारित संख्या में भी पूरा कार्य नहीं हुआ है. साथ ही अधिकारियों का यह भी आरोप है कि जो मजदूर कार्य स्थल पर मौजूद नहीं थे, वे भी भुगतान की मांग को लेकर यहां विदिशा पहुंचे हैं.

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मजदूरों ने लगाए ये आरोप

कलेक्ट्रेट में अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे मजदूरों का कहना है, "हमने पूरा काम किया है, अधिकारियों से कहा भी था कि गिनती करवा लें. अब बहाने बना रहे हैं कि गड्ढे पूरे नहीं हुए. हम सबने आठ लाख रुपये का काम किया है, और अब हमें पैसा नहीं दिया जा रहा है. दो दिन से यहीं बैठे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है."

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अधिकारी ने कही ये बात

वन विकास निगम, सागर के अधिकारी का इस मामले को लेकर कहना है, "हमने निरीक्षण किया है, गड्ढे न तो मानक के अनुसार खोदे गए हैं और न ही निर्धारित संख्या में. इस स्थिति में भुगतान नहीं किया जा सकता." इधर, मजदूरों का कहना है कि वे तब तक कलेक्ट्रेट परिसर में डटे रहेंगे, जब तक उनकी मेहनत की कमाई उन्हें नहीं मिलती है.

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