12 साल बाद शुरू हुई जनसुनवाई तो अफसरों से पहले पहुंच गए 'बजरंगबली के दूत'

Maihar : बंदरों के जाने के बाद जनसुनवाई की शुरुआत हुई. पहली शिकायत द्रोपती सोनी की सुनी गई. इसके बाद आठ अन्य लोग अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे. अधिकारियों ने सभी शिकायतें सुनीं और समस्याओं का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया.

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12 साल बाद शुरू हुई जनसुनवाई तो अफसरों से पहले पहुंच गए 'बजरंगबली के दूत'

MP News in Hindi : मध्य प्रदेश के मैहर जिले के अमरपाटन थाने में 12 साल बाद शुरू हुई जनसुनवाई का नजारा कुछ खास था. मंगलवार को हुई इस जनसुनवाई के दौरान ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने हर किसी का ध्यान खींच लिया. दरअसल, अमरपाटन थाने में SDOP शिवकुमार सिंह और थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी जनसुनवाई के लिए कुर्सियों पर बैठे थे. वे जनता की समस्याएं सुनने की तैयारी कर रहे थे. तभी अचानक दो लाल मुंह वाले बंदर, जिन्हें बजरंगबली का वंशज माना जाता है... वे वहां पर पहुंच गए. बंदर सीधे अधिकारियों की टेबल पर जा बैठे.

जनसुनवाई में आ गए बंदर

बता दें कि मान्यता के मुताबिक, इन्हें हनुमान जी का रूप माना जाता है... इसलिए अधिकारियों ने इन बंदरों का फलों से स्वागत किया. बंदरों ने कुछ देर वहां रुकने के बाद फलों का आनंद लिया और फिर वहां से चले गए.

घटना का वीडियो वायरल

इस अनोखी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में नज़र आ रहा है कि बंदरों ने न तो किसी को परेशान किया न ही किसी सामान को नुकसान पहुंचाया. इसके बाद अधिकारियों और स्टाफ ने भूख से परेशान इन बंदरों को डरा-धमकाने की बजाय प्यार से खिलाया.

12 साल बाद शुरू हुई जनसुनवाई

बंदरों के जाने के बाद जनसुनवाई की शुरुआत हुई. पहली शिकायत द्रोपती सोनी की सुनी गई. इसके बाद आठ अन्य लोग अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे. अधिकारियों ने सभी शिकायतें सुनीं और समस्याओं का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया.

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