मकर संक्रांति से पहले बाजारों में सजी पतंगों की दुकानें, चाइनीज की जगह लोग खरीद रहे सूती मांजा

बाजार में इस बार चाइनीज मांजा बिक रहा है. बच्चों के लिए घातक चाइना का मांजा अब बाजार में नहीं है. उसकी जगह पर देशी कॉटन का मांजा ही कई रंगों में उपलब्ध है.

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मकर संक्रांति से पहले बाजारों में सजी पतंगों की दुकानें

Makar Sankranti News : मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का पर्व नजदीक आ गया है. पर्व पर पतंग उड़ाने की पुरानी परंपरा है. शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पतंगों की दुकानें नई-नई वैरायटी के साथ सजकर तैयार हैं. पतंगबाजी शुरू भी हो गई है. आमतौर पर क्रिसमस की छुट्टियों से ही बच्चों की पतंगबाजी शुरू हो जाती थी लेकिन इस बार मौसम ज्यादा ठंडा होने से और बच्चों की स्कूल की छुट्टियां न होने के कारण पतंगों की बिक्री कम हो रही है. 

हालांकि दो दिन से मौसम साफ होने के बाद अब लोग पतंग खरीदने पहुंच रहे हैं. सागर के भीतर बाजार में गुलाब काइट हाउस पर रंग-बिरंगी पतंगें सज गई हैं. इन दुकानों पर पब्जी गेम वाली पतंग, स्पाइडरमैन, डोरेमॉन, बटरफ्लाई, डॉल्फिन, मोटू-पतलू, छोटा भीम, पंछियों के आकार की, तिरंगे के डिजाइन वाली और एंग्री बर्ड की पतंगें खासतौर से बच्चों के लिए बनाई गई हैं.

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परिजनों के साथ पतंग खरीदने पहुंच रहे बच्चे

पतंगें खरीदने के लिए संक्रांति से पहले बड़ी संख्या में बच्चे अपने परिजनों के साथ पहुंच रहे हैं. पतंग बाजार में ज्यादा टिकाऊ और अच्छी उड़ान के लिए बरेली, रामपुर, मथुरा, आगरा, इलाहाबाद, जयपुर और कलकत्ता की पतंगें बिक रही हैं. पतंग व्यवसायियों का कहना है कि मौसम साफ होते ही पतंग बाजार में रौनक आ गई है. बच्चे अब पतंग खरीदने आ रहे हैं. 

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5 रुपए से लेकर 35 रुपए तक की किट

इस बार रंग-बिरंगी आकर्षक डिजाइन की किट 5 साल से लेकर 8 साल तक के बच्चे खरीद रहे हैं. इस किट में रंग-बिरंगी पतंगे, कॉटन का मांझा, चरखी एवं बच्चों के चेहरे को धूप से बचाने के लिए कार्टून वाला मास्क है. किट की कीमत 5 रुपए से लेकर 35 रुपए तक है. बाजार में इस बार चाइनीज मांजा बिक रहा है. बच्चों के लिए घातक चाइना का मांजा अब बाजार में नहीं है. उसकी जगह पर देशी कॉटन का मांजा ही कई रंगों में उपलब्ध है.
 

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