Property Dealer Kidnapping Case: राजधानी भोपाल के चर्चित रियल एस्टेट कारोबारी नितेश ठाकुर को छुड़ाने के लिए किडनैपर्स ने पहले करोड़ों रुपए मांगे थे, लेकिन 30 लाख रुपए की फिरौती में ही उन्हें कारोबारी को छोड़ना पड़ा. आरोपियों ने बीवी से 5 करोड़ की डिमांड की थी, लेकिन बीवी महज 30 करोड़ का इंतजाम कर पाई. वायरल हो रहे एक वीडियो में कारोबारी को छोड़ने के एवज में अपहरणकर्ता कैश लेते दिख रहे हैं.
अपहरणकर्ताओं के गैंग एक पुलिसकर्मी भी शामिल था
पीड़ित कारोबारी ने पुलिस को बताया कि अपहरणकर्ताओं के गैंग एक पुलिसकर्मी भी शामिल था, जो फिलहाल भोपाल में आरक्षक पर तैनात है. कारोबारी ने भोपाल पुलिस में आरक्षक हेमंत चौहान उर्फ हनी चौहान को मुख्य साजिशकर्ता बताया है. आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर दोस्त उसको घुमाने के लिए बैंकाक ले गए और वहां से लौटने के बाद उसका किडनैप कर लिया और उसकी बीवी से छोड़ने के एवज में 5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी, लेकिन उनकी बीवी फिरौती के 5 करोड़ नहीं जुटा पाई तो 30 लाख रुपए लेकर उन्हें छोड़ दिया.
पंकज परिहार को कारोबारी ने मुख्य साजिशकर्ता बताया
गौरतलब है 22 दिन पुराने वारदात का खुलासा शनिवार को हुआ. प्रॉपर्टी डीलर की किडनैपिंग और फिरौती मांगने की घटना में शामिल और साजिशकर्ता पंकज परिवार को कारोबारी ने दूसरा बड़ा साजिशकर्ता करार दिया है. कोरोबारी को किडनैप कर अपहरणकर्ता पहले ग्वालियर में एक होटल में रखा और वहां कारोबारी से मारपीट की. इसके बाद कारोबारी को किडनैपर्स भिंड ले गए, जहां पीड़ित पर 5 करोड़ रुपए की फिरौती देने के लिए दवाब बनाया और उसके साथ मारपीट की. अंततः अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख रुपए की फिरौती लेकर कारोबारी को आजाद किया.
इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है फिरौती का वीडियो
भोपाल कारोबारी के अपहरणकर्ताओं को फिरौती के 30 लाख रुपए सौंपने का एक वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो को कारोबारी की बीवी ने तब शूट किया जब अपहरणकर्ताओं को रुपयों से भरा बैग किसी के मदद से सौंपा जा रहा था.हालांकि अपहरणकर्ताओं ने कारोबारी को छोड़ने के एवज में 5 करोड़ रुपए मांगे थे और नहीं देने पर पति को मारने की धमकी दी थी.
प्रॉपर्टी डीलर बैंकाक घूमाने लेकर गए थे साजिशकर्ता
रिपोर्ट के मुताबिक प्रॉपर्टी डीलर दोस्त के साथ बैंकाक घूमने गए अपहरणकर्ताओं की शिनाख्त हो गई है. आरोपियों ने भारत लौटने के बाद बहाने से कारोबारी को ग्वालियर ले गए और बंधक बना लिया और कारोबारी की पत्नी को फोन कर छोड़ने के एवज में फिरौती की मांग की.हालांकि फिरौती में मांगे गए 5 करोड़ रुपयों का इंतजाम कारोबारी की पत्नी नहीं कर पाई तो डील 30 लाख रुपए पर तय हुई और अपहरणकर्ताओं ने 30 लाख रुपए लेकर कारोबारी को छोड़ दिया.
चंगुल से छूटने के बाद प्रॉपर्टी डीलर ने सुनाई आपबीती
अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपए फिरौती देकर छूटे पीड़ित प्रॉपर्टी डीलर नितेश ठाकुर ने बताया कि मुख्य साजिकर्ता पंकज परिहार और पुलिस आरक्षण हेमंत चौहान किडनैप कर उसे ग्वालियर ले गए उसके साथ मारपीट की. पीड़ित के मुताबिक एक प्रॉपर्टी की डील में उसके हाथ कुछ पैसे लगे और किडनैप कर उन्होंने उससे 5 करोड़ रुपए मांगे. पीड़ित कारोबारी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने बाकी के पैसे मांगने के लिए लगातार चार दिन तक उन्हें परेशान किया, जिससे परेशान होकर उसने कोलार पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.
करीब 20 दिन बाद कारोबारी ने थाने में दर्ज कराया रिपोर्ट
कारोबारी के मुताबिक घटना 27-29 अक्टूबर के दरम्यान हुआ था. अपहरणकर्ताओं को 30 लाख रुपए की फिरौती चुकाने के बाद जब बाकी पैसों के लिए धमकी आनी शुरू हुई तो घबराकर कारोबारी ने घटना के करीब 20 दिन बाद कोलार थाना क्षेत्र में रिपोर्ट करवाया. कारोबारी ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में किडनैपिंग मामले में मुख्य साजिशकर्ता पंकज परिहार ,पुलिस आरक्षक हेमंत उर्फ हनी चौहान के अलावा संजय राजावत,ओम राजावत ,आकाश राजावत को आरोपी बनाया गया है. शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
हथियारों के दम पर कारोबारी को भिंड में बंधकर कर रखा
बताया जा रहा है प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण करने और फिरौती मांगने का साजिशकर्ता पुलिसकर्मी हेमंत चौहान उर्फ हनी चौहान ने 10-15 बदमाशों के साथ पीड़ित प्रॉपर्टी डीलर को हथियारों के दम कर कई जगह बंधकर कर रखा और पीड़ित को छोड़ने के लिए एवज में पहले 5 करोड़ मांगे, लेकिन 30 लाख रुपए लेकर छोड़ दिए.