Khandwa: मानसून ने किया तरबतर, फिर खुले इंदिरा सागर के 12 तो ओंकारेश्वर डैम के 11 गेट, निचली बस्तियों में अलर्ट जारी

Rain in MP: मध्य प्रदेश में इन दिनों भारी बारिश का दौर जारी है. बीते 86 दिनों में इस सीजन का कोटा 85 फीसदी पूरा हो गया है. बता दें कि जिले की औसतन बारिश 808 मिमी है, जबकि 680.6 मिमी बारिश हो चुकी है.

Advertisement
Read Time: 4 mins

मध्य प्रदेश में इन दिनों भारी बारिश का दौर जारी है. फिर से शुरू हुई बारिश ने पूरे जिले को तरबतर कर दिया है. फिलहाल बारिश के 122 में से 86 दिन बीत चुके हैं और इस सीजन का कोटा 85 फीसदी पूरा हो गया है. बीते दो दिनों से प्रदेश के निमाड़ अंचल में हो रही तेज बारिश के बाद यहां के सभी जल स्रोत भी लबालब हैं और उनमें साल भर तक इस्तेमाल करने का भरपूर पानी आ गया है. जिसके बाद रविवार से निमाड़ के खंडवा जिले के इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर और सुक्ता के साथ ही नागचुन जैसे जलस्रोत अपनी तय क्षमताओं तक भरे होने के बाद उनके गेट खोलकर अतिरिक्त जल को डिस्चार्ज करना पड़ रहा है.

263.4 मिमी अधिक हो चुकी बारिश

बता दें कि प्रदेश के खंडवा जिले में पिछले साल की तुलना में इस बार अधिक बारिश हुई हैं. यहां खेत से लेकर सड़कें तक जलमग्न हो गई है. सावन बीतने के बाद आई बारिश से लोग खुश जरूर हैं, लेकिन शहरी इलाकों में यह बरसात आफत बनकर आई है. जिले की औसत बारिश 808 मिमी है, जबकि अब तक 680.6 मिमी बारिश यहां हो चुकी है. वहीं बीते वर्ष इस समय तक 417.2 मिमी बारिश ही हुई थी. जिसके बाद अब तक पिछले साल से 263.4 मिमी बारिश अधिक हो चुकी है.

Advertisement

डैम के गेट खोलकर पानी किया जा रहा डिस्चार्ज

इधर, मौसम वैज्ञानिक डॉ. सौरव गुप्ता के अनुसार अब बारिश की स्थिति कमजोर रहने की संभावना है. हालांकि अच्छी बारिश के बाद यहां की दोनों ही बिजली परियोजनाएं रोजाना करोड़ों की बिजली उगल रही हैं. अभी इंदिरा सागर और ओम्कारेश्वर दोनों डैम के गेट खोलकर उनसे पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. वहीं खंडवा जिले की दो थर्मल बिजली परियोजनाओं का उत्पादन लगभग रोक दिया गया है, ताकि पन बिजली से कम लागत में अधिक बिजली बनाकर आगे सप्लाई की जा सके.

Advertisement

ओंकारेश्वर डैम के खोले गये 11 गेट 

खंडवा जिले की इंदिरा सागर परियोजना द्वारा तेजी से पानी छोड़े जाने के बाद ओंकारेश्वर परियोजना के भी पहले सात गेट पूरी तरह से खोल दिए गए थे. जिसके बाद इनकी संख्या बढ़ाकर 11 कर दी गयी है. वहीं यहां से टरबाइनों से बिजली बनाकर भी पानी छोड़ा जा रहा है. इस तरह यहां से कुल 4860 क्यूमेक्स पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. जोकि गुजरात की तरफ जा रहा है. फिलहाल नर्मदा उफान पर है, जिसकी आसपास के इलाकों में पुलिस और प्रशासन ने पहले ही चेतावनी दे दी थी. क्षेत्र के घाटों के दुकानदारों के साथ ही नाविकों को भी सतर्क कर दिया गया था. साथ ही यहां फिलहाल श्रद्धालुओं के नर्मदा स्नान पर भी प्रतिबंध लगाया गया है, जिससे कोई अनहोनी न हो सके.

Advertisement

इंदिरा सागर के खुले 12 गेट

खंडवा के पुनासा ब्लॉक के इंदिरासागर बांध परियोजना में रविवार शाम करीब 4 बजे तक 6 गेट खोले गए. हालांकि इससे पहले 7 अगस्त को दो गेट खोले गए थे.  इधर, बांध का जलस्तर नियंत्रित करने के लिए रविवार की रात 8 बजे यहां के 8 गेट एक एक मीटर तक और 4 गेट को आधा-आधा मीटर तक खोलकर 4352 क्यूमेक्स पानी इस परियोजना से छोड़ा जा रहा है.

बता दें कि तवा बांध से छोड़ा गया पानी भी सोमवार शाम नर्मदानगर तक पहुंचने की संभावना है. यहां हंडिया की तरफ से करीब 3200 क्यूमेक्स और खंडवा जिले के ऊपरी क्षेत्रों की नदियों से 300 क्युमेक्स पानी की आवक बनी हुई है. जिसके बाद करीबन 3500 क्यूमैक्स पानी का बहाव इंदिरा सागर में आ रहा है. वहीं रविवार को इंदिरा सागर बांध का जलस्तर 261.48 मीटर रहा. इस बांध में 262.13 मीटर तक पानी भरा जाता है.

तवा डैम भी पूरे उफान से नर्मदा में छोड़ रहा पानी

बरगी बांध से पानी तेजी से आ रहा है. दूसरी तरफ इटारसी के तवा डैम से भी पानी आने के कारण इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर की स्थिति इस तरह की बन गई है. दोनों परियोजनाओं से पूरी मात्रा में बिजली का उत्पादन भी किया जा रहा है. फिलहाल तवा डैम की स्थिति देखें तो इटारसी स्थित तवा डैम का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. वर्तमान में 13 गेटों में से 7 गेट 6-6 फीट पर खोले गए हैं. सुबह तक पांच गेट ही खुले थे. डैम से 71700 क्यूसेक पानी तवा नदी में छोड़ा जा रहा है. वर्तमान में तवा डैम का जलस्तर 1163.70 फीट पर है. तवा और बरगी के गेट खुले होने से नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

ये भी पढ़े: यहां धनकुबेर हैं 'कान्हा'...जन्माष्टमी पर बजाएंगे सोने की बांसुरी, 100 करोड़ के आभूषण करेंगे धारण

Topics mentioned in this article