दो पत्नियों वाला नेत्रहीन भिखारी पहुंचा कलेक्ट्रेट, दोनों बीवियों को लेकर की ऐसी मांग, सुनकर चौंक गए अफसर

Khandwa Man Two Wives Matter: खंडवा में एक नेत्रहीन भिखारी शफीक शेख ने कलेक्टर से अपनी दो पत्नियों के झगड़े को सुलझाने की गुहार लगाई है. शफीक की दो पत्नियां शबाना और फेमीदा है, जो एक साथ नहीं रहना चाहती हैं और अक्सर झगड़ती हैं.

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मध्य प्रदेश के खंडवा कलेक्टर कार्यालय में अनोखा मामला सामने आया है. यहां ट्रेनों में भीख मांग कर गुजारा करने वाला एक नेत्रहीन शख्स अपनी दो पत्नियों की शिकायत लेकर जिला कलेक्टर से मिलने पहुंचा था. उसने बताया कि उसकी दो पत्नियां हैं और साथ रहना नहीं चाहती हैं. इसलिए गुहार लगाई कि कलेक्टर दोनों पत्नियों को हंसी-खुशी से साथ में रहने के लिए समझाएं. वहीं, जिला कलेक्टर ने उसकी फरियाद सुनी और मामले को महिला एवं बाल विकास विभाग के जरिए परामर्श हेतु महिला थाने भेज दिया है.

खरगोन के भगवपुरा में रहने वाला नेत्रहीन शफीक शेख ट्रेन में सामान बेचकर या भीख मांगकर परिवार चलाता है. उसकी दो पत्नियां शबाना और फेमीदा हैं. दोनों से परेशान होकरशफीक ने कलेक्टर से गुहार लगाई है. 

एक परिवार के रूप में साथ नहीं चाहतीं दोनों पत्नियां

उसका कहना था कि दोनों पत्नियां साथ में एक परिवार के रूप में साथ नहीं रहना चाहती हैं. कभी खंडवा निवासी पहली पत्नी रूठकर पुलिस से उसकी शिकायत करने चली जाती है तो कभी, इंदौर निवासी दूसरी पत्नी इंदौर के थाने में उसकी शिकायत दर्ज करा देती है. दोनों चाहती हैं कि वह एक को छोड़कर उसके साथ रहे. इसके लिए पत्नियां दबाव डाल रही है. शफीक का कहना है कि वह दोनों के ही साथ रहना चाहता है. इसलिए वह जिला कलेक्टर के पास आया था, ताकि वह दोनों को एक साथ रख सके.

पहली पत्नी से है एक बेटी

शफीक ने साल 2022 में अपनी ही तरह की खंडवा निवासी एक नेत्रहीन शबाना से निकाह किया था. जिससे उसकी एक बेटी भी है. शफीक का कहना है कि पत्नी के परिजनों ने उससे साथ में रहने कहा था, जिस वजह से वह कुछ दिन उनके साथ रहा. आरोप है कि शबाना के परिजन उसके साथ बुरा बर्ताव करने लगे थे, जिस वजह से उसने घर छोड़ दिया. वह पत्नी के साथ अपने घर आ गया. फिर बाद में शफीक ने इंदौर की रहने वाली नेत्रहीन फैमिदा से दूसरा निकाह कर लिया.

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इसके बाद से उसकी पहली पत्नी उसे छोड़कर मायके चली गई. वह वापस आने को तैयार नहीं है और अब दोनों पत्नी एक-दूसरे को छोड़कर किसी एक के साथ रहने का बोल रही हैं. इसलिए वह अब कलेक्टर से गुहार लगा रहा है.

कलेक्टर ने क्या कहा

इधर इस मामले में जिला कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि दो पत्नियों को साथ में रखने का आवेदन लेकर एक आवेदक उनसे मिलने आया था. उसने बताया था कि उसकी दोनों पत्नियां साथ में नहीं रह रही हैं. चूंकि यह मामला पारिवारिक था, इसलिए महिला बाल विकास और महिला थाने के सुपुर्द कर दिया गया है.

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