MP News in Hindi: किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर निशाना साधा है. पटवारी ने मोहन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार किसानों को बेवकूफ बना रही है. धान, गेहूं और सोयाबीन की फसल का उचित मूल्य नहीं दिया जा रहा है. यही वजह है कि किसान सरकारी विक्रय केंद्रों पर अपनी सोयाबीन की फसल नहीं बेच रहे हैं.
किसानों की समस्याओं को लेकर फिर कांग्रेस करेगी आंदोलन
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव है, इसलिए केंद्रीय कृषि मंत्री वहां पर 6000 में सोयाबीन खरीदने की बात कर रहे हैं. वहीं मध्य प्रदेश सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक राज्य है, लेकिन यहां पर किसानों को मूल्य भी नहीं मिल रहा है. उन्होंने आगे कहा कि एक बार फिर कांग्रेस किसानों की समस्याओं को लेकर आंदोलन चलाएगी.
10 महीने में 68 बार IAS- IPS अधिकारी के हुए तबादले
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी लगातार मध्य प्रदेश में हो रहे तबादले को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. पटवारी ने कहा कि बीजेपी के राज में प्रदेश में तबादला उद्योग चल रहा है. वल्लभ भवन में ट्रांसफर माफिया सक्रिय है. बीते 10 महीने में एमपी में 73 फीसदी और 68 बार IAS- IPS अधिकारी के तबादले हुए हैं. 14 मार्च को रात 2 बजे 37 IPS अधिकरियों के तबादले हुए. क्या रात 1 से 2 बजे के बीच तबादले किए जाते हैं? राहुल लोढ़ा को देर रात हटाया गया, क्योंकि उन्होंने बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की. तबादलों का ये धंधा दिल्ली के हस्तक्षेप से चल रहा है.
BJP के तोता-पिट्ठू की तरह ना करे काम
विजयपुर में होने वाली काउंटिंग को लेकर कहा कि विजयपुर को लेकर चुनाव के पहले जिस तरह की शिकायत से की गई थी. उसी तरह की परिस्थितियों चुनाव के दौरान देखने को मिली. चुनाव के दौरान भी हिंसा हुई और चुनाव के बाद भी हिंसा जारी है. अब काउंटिंग के लिए भी रामनिवास रावत रिश्तेदारों को तैनात कर दिया है जो कि नियम विरोध है. हमने मध्य प्रदेश चुनाव आयोग को शिकायत की है और कल केंद्रीय चुनाव आयोग को भी शिकायत करेंगे. चुनाव आयोग से मांग है कि वह बीजेपी के तोता या पिट्ठू की तरह काम ना करें.
बीजेपी ने राजनीतिक के लिए सिंधिया परिवार का किया उपयोग
कटनी के घटनाक्रम पर कहा माधव राव सिंधिया कांग्रेस के नेता है. उनका यह अपमान बेहद निंदनीय है. बीजेपी ने हमेशा सिंधिया परिवार का राजनीतिक उपयोग किया है. कभी उनका सम्मान नहीं दिया है, यह बात अलग है कि इन सबके बावजूद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में चले गए.
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