Jal Mahatsav: छिंदवाड़ा जल महोत्सव का हुआ रोमांचक आगाज, साहसिक गतिविधियों और सांस्कृतिक रंगों का हुआ अनोखा संगम

Chhindwara Jal Mahatsav: छिंदवाड़ा जिले में पांच दिवसीय जल महोत्सव का 20 दिसंबर से शानदार शुभारंभ हुआ है. इस खास आयोजन में स्थानीय लोगों के साथ यहां आने वाले पर्यटकों को भी अलौकिक अनुभव हो रहा है.

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Chhindwara Water Festival: लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है जल महोत्सव

MP News in hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छिंदवाड़ा (Chhindwara) जिले के माचागोरा जल क्षेत्र में 20 दिसंबर से छिंदवाड़ा जल महोत्सव (Water Festival) का भव्य शुभारंभ हुआ है. इसका समापन 25 दिसंबर को होगा. इस आयोजन से स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को भी रोमांच और मनोरंजन का अद्भुत अनुभव प्राप्त हो रहा है. इसमें साहसिक गतिविधियों और सांस्कृतिक रंगों का अनोखा संगम देखने को मिल रहा है. बता दें कि इस जल महोत्सव के दौरान मोटर बोटिंग, पैरासेलिंग, जेट्स्की, वॉटर ज़ॉर्बिंग, जिपलाइन, वॉल क्लाइम्बिंग और अन्य रोमांचक जल गतिविधियां सभी के बीच खासा आकर्षण बनी हुई है. इसके शुभारंभ अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने भी इन गतिविधियों में हिस्सा लिया, जिससे महोत्सव का माहौल और भी जीवंत हो गया.

Chhindwara Water Festival में ये हैं खास

इन खास व्यंजनों का स्वाद चख रहे पर्यटक

ज्वार, बाजरा, मक्के की रोटी...चने की भाजी, महुए की रबड़ी, बरबटी के बड़े, कोदो और समा की खीर, टमाटर की चटनी...यह सब पारंपरिक व्यंजन जल महोत्सव में पर्यटकों को परोसे जा रहे हैं. गांवों में बने अचार, पापड़, बड़ी सहित अन्य घरेलू सामग्री भी जल महोत्सव में आने वाले पर्यटकों को खरीद के लिए उपलब्ध हैं. यहां पर्यटकों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. यहां नाइट स्टे टेंट में गद्दे, तकिया और कंबल के अलावा पर्यटकों की पसंद का सादा व ग्रामीण परिवेश का भोजन परोसा जा रहा है. पर्यटक यहां पातालकोट की रसोई का स्वाद भी ले रहे हैं. श्रीअन्न (मिलेट्स) पर आधारित जनजातीय पारम्परिक भोजन के स्टॉल भी यहां लगाए गये हैं, जिसमें पर्यटक देशी भोजन का स्वाद ले रहे हैं.

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जिले के पर्यटन को मिलेगी नई पहचान

अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह ने जल महोत्सव का शुभारंभ कर इसे एक अद्भुत नवाचार बताया. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करते हैं. कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने इसे केवल एक आयोजन नहीं, वरन् स्थानीय रोजगार और आर्थिक समृद्धि का जरिया बताया. म.प्र. टूरिज्म डेवलपमेन्ट बोर्ड भोपाल के संयुक्त संचालक एस.के. श्रीवास्तव ने इसे प्रदेश का 'दूसरा बड़ा जल महोत्सव' बताते हुए पर्यटन विकास के संदर्भ में इसके महत्व को विस्तार से रेखांकित किया. यह महोत्सव छिंदवाड़ा को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन मानचित्र पर उभारने का सशक्त माध्यम बन रहा है.

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पर्यटकों के लिए अद्वितीय अनुभव

माचागोरा जल महोत्सव मनोरंजन, रोमांच और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बन गया है. यह महोत्सव पर्यटकों और स्थानीय लोगों को न केवल प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का मौका दे रहा है, बल्कि उन्हें साहसिक गतिविधियों में शामिल होने के लिये भी प्रेरित कर रहा है. यह आयोजन हर आयु वर्ग के लिए कुछ न कुछ खास लेकर आया है. रोमांच, संस्कृति और स्वाद का अनोखा अनुभव लेने की इच्छा रखने वालों के लिए माचागोरा जल महोत्सव एक बड़ा क्षेत्रीय आयोजन साबित हो रहा है.

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