Jabalpur Kataria Pharmaceuticals: मध्य प्रदेश के जबलपुर में प्रशासन ने कटारिया फार्मास्यूटिकल्स पर बड़ी कार्रवाई की है. यही कंपनी छिंदवाड़ा को वह अमानक कफ सिरप सप्लाई करती थी, जिसके सेवन से अब तक कई जिलों में कुल 14 बच्चों की मौत हो चुकी है. ड्रग विभाग और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने कंपनी के गोदाम और दुकान को सील कर दिया है. इस दौरान बड़ी मात्रा में दवाओं का स्टॉक जब्त किया गया.
जानकारी के अनुसार, कटारिया फार्मास्यूटिकल्स ने छिंदवाड़ा के तीन स्टॉकिस्टों को लगभग 600 बोतल ‘कोल्डरफ सिरप' की आपूर्ति की थी. बच्चों की मौत के बाद जांच शुरू हुई तो सिरप की सप्लाई का स्रोत जबलपुर की यही यूनिट निकली.
प्रशासन ने पहले चरण में 14 बोतलें जांच के लिए भेजी थीं. रिपोर्ट में सिरप को अमानक (Substandard) पाया गया. इसके बाद तहसीलदार रांझी आदर्श जैन के नेतृत्व में टीम ने दुकान और गोदाम पर छापा मारकर तालाबंदी कर दी. कार्रवाई में ड्रग एंड औषधि विभाग, राजस्व टीम और ओमती थाना पुलिस शामिल रही. दो दिन पहले भी फार्मा कंपनी पर रेड डालकर रिकॉर्ड जब्त किया गया था.
कटारिया फार्मा के संचालक राजपाल कटारिया से पूछताछ की जा रही है. अधिकारियों के अनुसार, सिरप की सप्लाई चेन और निर्माण कंपनी से जुड़े कई अहम सुराग मिले हैं. पूरी रिपोर्ट भोपाल लैब भेजी गई है. सूत्रों के मुताबिक, अंतिम जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पाए जाने पर कंपनी और डिस्ट्रीब्यूटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती है.
अधिकारी बोले-चेन्नई से मंगवाई 660 बोतल
नायब तहसीलदार आदर्श जैन ने बताया कि एसडीएम और जिला कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई की है. दवाइयां रखी थीं उस गोदाम को सील किया है. ड्रग इंस्पेक्टर प्रवीण के अनुसार छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत की खबर के बाद जांच के आधार कोल्ड सिरप की सप्लाई करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की है.
कटारिया फार्मास्यूटिकल्स ने चेन्नई से कफ सिरप की 660 बोतल मंगवाई थी. उनमें से 594 की स्पलाई छिंदवाड़ा भेजी गई थी. इनके पास बची 66 बोतलों में से 50 को पहले फ्रीज कर दिया गया था और 16 बोतलों को जांच के लिए भोपाल भेजा जा चुका है. जांच में कफ सिरप अनामक पाए जाने पर गोदाम व दुकान की सील करने की कार्रवाई की है.
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