Anjuman Islamia School Holiday: जबलपुर के मालवीय चौक स्थित अंजुमन इस्लामिया इंग्लिश मीडियम स्कूल ने नया आदेश जारी किया है, जिसके तहत आगामी सत्र 2025-26 से स्कूल में शुक्रवार की छुट्टी रहेगी और रविवार को कक्षाएं लगेंगी. स्कूल प्रबंधन ने यह फैसला जुमे की नमाज के चलते छात्रों की अनुपस्थिति को देखते हुए लिया है. स्कूल प्रबंधन की ओर से यह जानकारी बच्चों के अभिभावकों को मोबाइल मैसेज के माध्यम से भेजी गई है. प्रबंधन का कहना है कि जुमे के दिन विद्यार्थियों की उपस्थिति बेहद कम रहती है, इसलिए शिक्षकों की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि शुक्रवार की जगह रविवार को अवकाश दिया जाए, ताकि शिक्षण कार्य बाधित न हो. लेकिन इस निर्णय पर बवाल मच गया है. कांग्रेस और बीजेपी नेता इसमें आमने-सामने दिखे. आइए जानते हैं किसने क्या कहा?
मुल्ला मौलवी तय नहीं करेंगे कि स्कूल की छुट्टी कब की जाएगी : बीजेपी विधायक
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने इस मुद्दे पर कहा कि “मुल्ला मौलवी तय नहीं करेंगे की स्कूल की छुट्टी कब होगी, बाबा साहब का संविधान के आधार पर सरकार का शिक्षा विभाग तय करता है. ऐसा करने वालों पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी. अगर कोई आयोजन है सर्दी बारिश गर्मी है इस स्थिति में अवकाश किया जा सकता है. वह भी स्थानीय प्रशासन तय करेगा कोई मौलवी छुट्टी तय नहीं करेगा.”
कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा का बयान
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि "कोई धर्म कोई मजहब अपने अंतर्गत संविधान बनाता है उसके अनुसार चलता है. इतवार छुट्टी हो या शुक्रवार छुट्टी हो कोई एक दिन छुट्टी होना चाहिए. कुछ को लगता है संडे छुट्टी हो इस धर्म को लगता है जुम्मे की नमाज है तो शुक्रवार छुट्टी हो. एक राजनीतिक दल का इतना विरोध नहीं होना चाहिए. यह यदि अपराध लग रहा है तो केस बना दो, विरोध करना किसी भी धर्म का, हिंदू मुस्लिम, मंदिर मस्जिद करना भाजपा का काम हो गया है. इसके अलावा भाजपा के पास कोई काम नहीं है. बात हिन्दू मुसलमान की नहीं है, प्राइवेट स्कूल है कौन सी सरकार ने यह डिक्लेयर किया है कि संडे की छुट्टी होगी. या संविधान में बीजेपी वाले बता दे मुख्यमंत्री बता दे तुम्हारे संविधान में लिखा हो प्राइवेट हो या सरकारी संडे ही छुट्टी रहेगी. जुम्मे की नमाज पांच टाइम पढ़नी पड़ती है, उनको लगता है संडे के बजाय शुक्रवार को छुट्टी ले सकते है तो ले."
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने बताया तुगलकी फरमान
स्कूल के इस आदेश का भाजपा ने विरोध किया है. बीजेपी ने इसे “तुगलकी फरमान” बताते हुए कहा कि इस स्कूल में कभी भी रविवार को कक्षाएं नहीं लगीं. उन्होंने कहा कि यह निर्णय बच्चों और अभिभावकों पर थोपने जैसा है. मोर्चा ने कलेक्टर को पत्र लिखकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
प्रबंधन बोला — जुमे की नमाज के कारण बच्चे नहीं आते
स्कूल प्रबंधक अन्नू अनवर ने बताया कि अंजुमन इस्लामिया संस्था के शहर में छह स्कूल और एक कॉलेज हैं. मालवीय चौक स्थित इंग्लिश मीडियम स्कूल को छोड़कर बाकी सभी संस्थानों में पहले से ही शुक्रवार की छुट्टी रहती है. इस स्कूल में करीब 700 बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन जुमे के दिन केवल 10 से 20 छात्र ही उपस्थित रहते हैं. इसी वजह से शिक्षकों और प्रिंसिपल ने मीटिंग में यह निर्णय लिया.
शिक्षा विभाग के अधिकारी ने क्या कहा?
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने कहा कि उन्हें इस आदेश की जानकारी नहीं है. यदि स्कूल ने ऐसा निर्णय लिया है तो यह गलत है, क्योंकि प्रदेश के सभी स्कूलों में रविवार को अवकाश रहता है. उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा कि यह निर्णय किस आधार पर लिया गया.
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