इंदौर के प्राइवेट स्कूल में हादसा; 4 से 5 बच्चे हुए घायल, स्कूल प्रबंधन ने जारी किया बयान

मध्य प्रदेश के इंदौर में हादसा हुआ. यहां Shishukunj School Indore की Chemistry Lab में Hydrochloric Acid Explosion से अफरा-तफरी मच गई. हादसे में 6 बच्चे और 2 शिक्षक घायल हो गए. Indore school accident की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Indore School Accident:  मध्य प्रदेश में इंदौर के एक प्राइवेट स्कूल में कैमिस्ट्री लैबोरेटरी में हुआ हादसा चर्चा का विषय बन गया. झलारिया स्थित शिशुकुंज स्कूल में लैब में प्रयोग के दौरान कांच का फ्लास्क टूटने से 4 से 5 बच्चे और एक शिक्षक मामूली रूप से घायल हो गए. शुरुआत में इस घटना को बड़ा हादसा बताया गया, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने साफ किया कि स्थिति गंभीर नहीं थी और सभी छात्र पूरी तरह सुरक्षित हैं.

कैमिस्ट्री लैब में हुआ हादसा

जानकारी के अनुसार, शिशुकुंज स्कूल की रसायन विज्ञान प्रयोगशाला में कक्षा 7 के छात्रों को एक प्रयोग दिखाया जा रहा था. इसी दौरान 5 मिलीलीटर तनु हाइड्रोक्लोरिक एसिड वाला एक शंक्वाकार फ्लास्क (Conical Flask) टूट गया. उसके कुछ टुकड़े और एसिड की हल्की बूंदें पास खड़े शिक्षक और कुछ छात्रों पर गिर गईं.

तुरंत दिया प्राथमिक उपचार

स्कूल प्रशासन ने बताया कि जैसे ही यह घटना हुई, बच्चों को तुरंत त्वचा विशेषज्ञ (Dermatologist) के पास ले जाया गया और प्राथमिक उपचार दिया गया. किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई. घटना की जानकारी सभी संबंधित छात्रों के अभिभावकों को तत्काल दी गई, जिससे किसी तरह की अफवाह फैलने से रोका जा सके.

स्कूल प्रबंधन ने जारी किया बयान

घटना के बाद स्कूल ने आधिकारिक बयान जारी किया. प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि यह कोई बड़ा विस्फोट नहीं था, बल्कि लैब प्रयोग के दौरान हुआ एक छोटा हादसा था. बयान में कहा गया कि हम अभिभावकों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि प्रयोगशाला में कोई गंभीर घटना नहीं हुई. सभी छात्र सुरक्षित हैं और उन्हें आवश्यक देखभाल प्रदान की गई है.

Advertisement

ये भी पढ़ें- Women's Cricket Team: भोपाल में ‘विश्व विजेताओं' का सम्मान; क्रांति बोलीं- जो उड़ाते थे मज़ाक, वही तारीफ कर रहे

बच्चे स्कूल में खाना खाकर घर लौटे

स्कूल के मुताबिक, सभी छात्र प्राथमिक उपचार के बाद सामान्य स्थिति में लौट आए. उन्होंने स्कूल में दोपहर का भोजन किया और अपनी-अपनी स्कूल बसों से घर चले गए. प्रबंधन ने बताया कि किसी बच्चे को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी.

Advertisement

स्कूल ने कहा – सुरक्षा हमारी प्राथमिकता

स्कूल प्रबंधन ने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह की किसी भी घटना से बचने के लिए प्रयोगशाला की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा. छात्रों के साथ सुरक्षा गाइडलाइन साझा की जा रही है और शिक्षकों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- Bilaspur Train Accident: बड़ा खुलासा, साइकोलॉजिकल टेस्ट में FAIL हो गया था MEMU ट्रेन का लोको पायलट

Advertisement