Indore Meghdoot Chopati: मेघदूत चौपाटी हटाने से गहराया रोजी-रोटी का संकट! कई छोटे व्यापारियों से छिना रोजगार

Indore News in Hindi: इंदौर शहर में 25 से 29 नवंबर तक यूरेशियन ग्रुप की बैठक हुई थी. इसके लिए मेघदूत चौपाटी हटाई गई थी. कार्रवाई अस्थाई होने की बात कहीं गई थी. लेकिन, यहां के छोटे व्यापारियों की रोजी-रोटी पर अब आफत आने लगी है. क्योंकि ये चौपाटी आज भी बंद पड़ी है और प्रशासन इसे खोलने की मंजूरी नहीं दे रही हैं.

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चौपाटी बंद होने से परेशान व्यापारियों ने महापौर से की मुलाकात

MP Latest News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) शहर में 25 नवंबर से 29 नवंबर तक खास यूरेशियन ग्रुप की बैठक (Eurasian Group Meeting) की वजह से मेघदूत चौपाटी (Meghdoot Chopati) हटाई गई थी. चौपाटी हटाते समय आश्वासन दिया गया था कि यह कार्रवाई अस्थाई है और कार्यक्रम के बाद यहाँ वापस चौपाटी शुरू करने की बात कही थी. अब इसे दोबारा खोलने की बात पर प्रशासन छोटे व्यापारियों के साथ जोर जबरदस्ती कर रही है और चौपाटी खोलने की अनुमति नहीं दे रही है. ऐसे में इन छोटे दुकानदारों के जीवन बसर पर खतरा मंडरा रहा है.

क्यों खास है इंदौर की मेघदूत चौपाटी

इंदौर की सबसे बड़ी चौपाटी होने के साथ ही मेघदूत चौपाटी काफी प्रसिद्ध भी है. अब दो महीने के उपर होने के बाद भी चौपाटी खोलने की अनुमति नहीं मिली है. इसके चलते दुकानदारों के सामने रोजगार का संकट पैदा हो चुका है. सभी अपना आक्रोश जताने के लिए लगातार प्रदर्शन भी कर रहें थे. इसी को लेकर क्षेत्र विधायक रमेश मंडोला, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगम कमिश्नर से भी मुलाकात थी पर निराशा ही हाथ लगी.

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संकट में आजीविका

मेघदूत चौपाटी के दुकानदारों का कहना है कि नगर निगम द्वारा चौपाटी हटाए जाने के बाद उनकी आजीविका संकट में आ गई है. दुकानदारों का यह भी कहना है कि उनकी रोजी-रोटी इसी चौपाटी से चलती है. पिछले दिनों दुकानदारों ने मेघदूत पर धरना दिया था और दुकानें फिर से लगाने की मांग रखी थी. कड़ाके की ठंड में महिलाएं और बच्चे भी इस धरने में शामिल होने पहुंचें थे. 

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प्रशासन ने कही ये बात

इस विषय पर मीडिया से बातचीत में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि प्रशासन इंदौर में हर जगह दुकान लगाने की अनुमती नहीं दे सकता है. इसके लिए शहर में अलग से हॉकर कॉर्नर बनाया गया है. वही दुकानदारों का कहना है कि यह चौपाटी इंदौर की सबसे पुरानी जगह है. 40 वर्ष से यहां चौपाटी लगते आ रहीं है. दुकानदारों ने महापौर से बोला कि उनकी दुकान किसी भी तरीके से लोगों को या यातायात पर असर नहीं डालती. 

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