Youth Sudden Death: कच्ची उम्र में हार्ट अटैक से मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला रविवार देर रात इंदौर जिले में सामने आया जब घबराहट और पेट में गैस की शिकायत लेकर एक युवक डाक्टर की क्लीनिक पर उपचार के लिए पहुंचा, लेकिन कुर्सी पर बैठे शख्स का डाक्टर चेकअप ही कर रहा था कि अचानक युवक ने कुर्सी पर ही दम तोड़ दिया.
कच्ची उम्र में काल के गाल में समा गया युवक
मामला जिले के परदेशीपुरा का है. हार्ट अटैक से मौत के गाल में समाए युवक की पहचान एक ऑटो ड्राइवर के रूप में हुई है. मृतक ऑटो रिक्शा चलाता था और खुद ऑटो चलाकर डॉक्टर के पास इलाज के लिए पहुंचा था, जहां चेकअप के दौरान ही उसे हार्ट अटैक का दौरा आ गया और चंद घंटों में उसकी जान चली गई.
आधार कार्ड की मदद से परिजनों तक पहुंचे डाक्टर
रिपोर्ट के मुताबिक मृत युवक की उम्र 35-40 के बीच रही होगी, उसके पास मिले आधार कार्ड की मदद से नर्सिग होम में तैनात डाक्टर उसके परिजनों तक पहुंचे. आनन-फानन में मृतक को उसके परिजन लेकर सीएचएल अस्पताल गए, जहां जांत के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया.
घबराहट के बाद चेकअप के लिए क्लिनिक गया था युवक
परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर में निवासी मृतक ऑटो ड्राइवर की पहचान सोनू के रूप में हुई है. घबराहट और पेट में गैस की शिकायत के बाद युवक सुभाष नगर इलाके में स्थित नर्सिग होम में खुद ऑटो चलाकर पहुंचा था. डॉक्टर ने युवक का अभी चेकअप ही कर रहे थे कि मृतक सोनून कुर्सी से नीचे गिर पड़ा.
चेकअप के दौरान डाक्टर के सामने बेसुध हो गया था शख्स
मृतक ऑटो ड्राइवर को कार्डियक अररेस्ट की शिकायत हुई, माना जा रहा है कि इसके चलते युवक डॉक्टर के सामने बेसुध हो गया. युवक को गिरता देख डॉक्टर और नर्स दोनों घबरा गए. युवक के घर का पता लगाने के बाद परिजन को मामले की सूचना दी गई, जिसके उसे सीएचएल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
कार्डियेक अरेस्ट से हुई मौत, सीपीआर का भी नहीं मिला लाभ
इलाज के लिए भाग्यश्री नर्सिग होम पहुंचे मृत ऑटो ड्राइवर सोनू की मौत की खबर से क्लीनिक में भगदड़ सी मच गई. चेक अप करने वाले डा.सुयश ठाकुर ने बताया कि वो चेकअप ही कर रहे थे कि युवक कुर्सी से नीचे गिर गया. युवक के चेहरे पर पानी के छींटे मारे गए. सीपीआर भी दी गई, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
समय से नहीं हुआ इलाज, 1 घंटे बाद अस्पताल पहुंचा मृतक
डाक्टर के मुताबिक परिजनों का पता नहीं लगने के कारण युवक का समय पर युवक का इलाज नहीं किया जा सका. करीब एक घंटे बाद युवक के आधार कार्ड से जब उसके घर का पता लगा और अस्पताल ले जाया गया, तब देर हो चुकी थी, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.