मऊगंज के लोगों पर मंडरा रहा खतरा ! टूटने वाला है ये बाँध, आधा दर्जन गांवों में हड़कंप

Danger Looms Over Mauganj : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मऊगंज (Mauganj) जिले में स्थित नंदनपुर बांध गंभीर खतरे की स्थिति में पहुंच गया है.... जिसके चलते बांध के पास बसे आधा दर्जन से अधिक गांवों में दहशत का माहौल है.

Advertisement
Read Time: 3 mins

Madhya Pradesh News in Hindi : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मऊगंज (Mauganj) जिले में स्थित नंदनपुर बांध गंभीर खतरे की स्थिति में पहुंच गया है.... जिसके चलते बांध के पास बसे आधा दर्जन से अधिक गांवों में दहशत का माहौल है. लगभग 2005 में बने इस बांध की स्थिति आज इतनी जर्जर हो चुकी है कि किसी भी दिन यह बांध एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है. गांव वालों  के मुताबिक, बांध में पानी का रिसाव पिछले कई सालों से हो रहा है, लेकिन इस पर प्रशासनिक ध्यान नहीं दिया गया. इस साल भारी बारिश के कारण नंदनपुर बांध पूरी तरह से पानी से भर गया है. बांध में सुराग होने की वजह से हजारों लीटर पानी लगातार बह रहा है, जिससे आसपास के गांवों में हड़कंप मच गया है. बांध के निचले हिस्से में नरैनी पहाड़, आमोखर, रकरी, बरहटा, घोरहा, और पतियारी जैसे कई गांव स्थित हैं, जिन पर इस बांध के टूटने की स्थिति में भारी तबाही का खतरा मंडरा रहा है.

क्या बोले गांव वाले ?

ग्रामीणों का कहना है कि बांध की स्थिति के बारे में जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग को कई बार अवगत कराया गया और जानकारी दी गई.... लेकिन अब तक कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है. मेंटेनेंस के अभाव और भ्रष्टाचार के चलते बांध की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब यह किसी भी समय ध्वस्त हो सकता है.... और अगर ऐसा होता है तो आधा दर्जन से अधिक गांव चपेट में आ सकते हैं और यह बाँध बड़ी तबाही मचा सकता है.

Advertisement

ये भी पढ़ें : 

बारिश से लबालब हुई शहर की सड़कें ! बुरहानपुर में डूबते दिखे लोग

लोगों में डर का माहौल

इस बांध के टूटने से संभावित तबाही के खतरे को देखते हुए ग्रामीणों में भारी चिंता व्याप्त है. हालांकि, प्रशासन की ओर से अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है. अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो इस क्षेत्र के आधा दर्जन से ज़्यादा गांवों को बड़े पैमाने पर नुकसान झेलना पड़ सकता है. ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि इस गंभीर स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके और संभावित आपदा को रोका जा सके.

Advertisement

ये भी पढ़ें : 

MP में मानसून मेहरबान, झमाझम बारिश को लेकर IMD का अलर्ट