MP Weather News: ग्वालियर (Gwalior) में सर्द हवाओं ने अब अपना अपना असर दिखना शुरू कर दिया है. ग्वालियर में दिन और रात के पारे (Temperature) में अब चार गुना का अंतर होने लगा है. शीतलहर (Cold Wave) से जहां आम लोगों का जीवन प्रभावित होने लगा है, वहीं वन्य प्राणी (Wildlife) और पशु पक्षी भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में देश के सबसे पुराने ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान (Gwalior Zoo) में रह रहे पशु-पक्षी, जानवरों के रहन सहन व खान-पान में भी व्यापक बदलाव किए गए हैं. यहां टाइगर (Tiger), शेर (Lion) के केज में गर्माहट देने के लिए हीटर (Heater) लगा दिए गए हैं. सुबह-शाम यह टाइगर और शेर हीटर और दिन में धूप से ताप लेते नजर आते हैं. वहीं पक्षियों के केज में बल्ब लगाकर हीट दी जा ही है. अन्य जानवरों के पिंजरों को घास से कवर किया गया है. साथ ही चिड़ियाघर में सर्दी आते ही खाने का मेन्यू भी बदल गया है. उन्हें अब गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थ दिए जा रहे हैं.
प्रबंधन का क्या कहना है?
जू प्रभारी डॉ उपेंद्र यादव ने बताया कि आने वाले दिनों में सर्दी तेज होते ही शाम के वक्त अलाव की व्यवस्था भी की जाएगी. वहीं शेर और टाइगर के पिंजरों में हीटर लगा दिए गए हैं. पक्षियों के केज को ठंडी हवा से बचाने लिए पर्दे लगा दिए गए हैं. अन्य जानवरों के सेल में बल्ब जलाकर हीट की व्यवस्था की जा रही है.
शेर को गर्माहट देने के लिए 4 से 5 हीटर लगाए गए हैं. साथ ही उन्हें अब पूरे हफ्ते भोजन में मांस दिया जा रहा है. नाग (सांप) के केज में सूखी घास और 200 वाट के बल्ब लगा दिए गए हैं, जिससे उन्हें सर्दी में गर्माहट मिल सके.
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