Nagarjun Gowda: डॉक्‍टरी छोड़ IAS बने, प्‍यार के ल‍िए मण‍िपुर भी छोड़ा, अब सरकार को लगाया करोड़ों का चूना!

IAS Nagarjun Gowda: हरदा जिले में IAS डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा पर एक सड़क निर्माण कंपनी को करोड़ों रुपए का फायदा पहुंचाने के आरोप लगे हैं. RTI से खुलासा हुआ कि 51 करोड़ के जुर्माने को घटाकर सिर्फ 4032 रुपए कर दिया गया. गौड़ा ने आरोपों को सिरे से नकार दिया है और कहा है कि फैसला कानूनी दस्तावेजों के आधार पर लिया गया था.

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IAS Nagarjun Gowda: मध्य प्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा इन दिनों विवादों में हैं. उन पर हरदा जिले में सड़क निर्माण से जुड़ी एक कंपनी को कथित रूप से करोड़ों रुपए का फायदा पहुंचाने और सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे हैं. ये खुलासा सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मिली जानकारी से हुआ है.

डॉ. गौड़ा वही अधिकारी हैं, जिन्होंने डॉक्‍टरी छोड़ UPSC परीक्षा पास की और फ‍िर LBSNAA मसूरी में ट्रेनिंग के दौरान साथी IAS अधिकारी सृष्टि जयंत देशमुख से शादी की थी. सृष्टि के मध्य प्रदेश कैडर में होने के कारण नागार्जुन गौड़ा ने मणिपुर कैडर से ट्रांसफर लेकर मध्य प्रदेश आ गए थे.

नागार्जुन बी गौड़ा का पूरा मामला क्या है?

साल 2023 में हरदा में तैनात तत्कालीन अपर कलेक्टर प्रवीण फूलपगारे ने सड़क निर्माण कंपनी पाथ इंडिया पर कार्रवाई की थी. आरोप था कि कंपनी ने बिना अनुमति 3.11 लाख घन मीटर मुरम मिट्टी की खुदाई की. इसके चलते कंपनी पर 25.83 करोड़ रुपए का जुर्माना और उतनी ही राशि पर्यावरण क्षति शुल्क के रूप में लगाई गई, यानी कुल 51.67 करोड़ रुपए का नोटिस जारी हुआ.

फूलपगारे के तबादले के बाद जब डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा ने हरदा में बतौर अपर कलेक्टर पदभार संभाला, तो सुनवाई के बाद आदेश में कहा गया कि केवल 2688 घन मीटर अवैध खुदाई हुई है. इसके लिए कंपनी पर मात्र 4032 रुपए का जुर्माना लगाया गया.

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RTI कार्यकर्ता का आरोप

मध्य प्रदेश के RTI कार्यकर्ता आनंद जाट ने दस्तावेजों के आधार पर आरोप लगाया कि 51 करोड़ के जुर्माने को घटाकर केवल 4032 रुपए कर देना “संदेहास्पद” है और इसमें वित्तीय अनियमितता की संभावना है. उनका कहना है कि इससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ.

आरोपों पर IAS नागार्जुन गौड़ा का पक्ष

वर्तमान में खंडवा जिला पंचायत सीईओ डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा ने सभी आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने कहा- “मैंने सभी दस्तावेजों और अधिवक्ता के तर्कों के आधार पर आदेश पारित किया. किसी तरह की अनियमितता नहीं हुई है.” वहीं, हरदा कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने कहा-“यह निर्णय मजिस्ट्रेट स्तर पर उपलब्ध तथ्यों और दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद लिया गया है. किसी को आपत्ति हो तो वह अपील कर सकता है.”

कौन हैं नागार्जुन बी गौड़ा?

डॉ. नागार्जुन बी गौड़ा कर्नाटक के रहने वाले हैं और IAS 2019 बैच के अधिकारी हैं. उन्होंने UPSC CSE 2018 में ऑल इंडिया रैंक 418 हासिल की थी. वहीं, उनकी पत्नी सृष्टि जयंत देशमुख ने AIR 5 पाई थी. दोनों ने 22 अप्रैल 2022 को शादी की थी. शादी के बाद नागार्जुन गौड़ा ने मणिपुर से मध्य प्रदेश ट्रांसफर की अनुमति केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) से प्राप्त की थी.  

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