Crime: पहले प्रेमी बनकर लड़की का किया अपहरण, फिर भाई बनकर राजस्थान में तीन लाख में उसे बेचा... तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Rewa Crime News: अभी से एक साल पहले प्रेमी बनकर पहले लड़की का अपहरण किया. फिर बाद में भाई बनकर और अपने परिचितों को उसका माता-पिता बनाकर लड़की को राजस्थान में तीन लाख रुपये में बेच दिया.मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य की तलाश अभी भी जारी है. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
पुलिस ने लड़की को बेचने वाले आरोपियों को किया गिरफ्तार

Human Trafficking News: आज से लगभग एक साल पहले, 25 नवंबर 2023 को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) शहर की सिटी कोतवाली क्षेत्र से एक लड़की गायब हो गई थी. जिसे वहीं पास में ही रहने वाला एक लड़का रविंद्र कोरी लड़की को बहला फुसला कर सूरत लेकर चला गया था. वहां उसने लड़की को अपने साथ रखा. बाद में सूरत में ही उसकी जान-पहचान कल्लू सिंह और मीरा देवी से हुई. तीनों ने मिलकर लड़की को बेचने की प्लानिंग कर ली. राजस्थान के जालौर जिले के उत्तम सिंह नामक व्यक्ति को उन लोगों ने मिलकर लड़की को तीन लाख रुपये में बेच (Human Trafficking) दिया. इस काम में उत्तम सिंह के चाचा गणपत सिंह ने भी मदद की थी. जिसके चलते पुलिस ने उन दोनों को भी आरोपी बनाया है. फिलहाल दोनों फरार है.

कैसे हुआ खुलासा

रीवा से एक साल पहले 15 साल की लड़की का, जो कक्षा 9वीं में पढ़ती थी, का अपहरण हो गया था. पुलिस अपने सूत्रों से लगातार लड़की की तलाश कर रही थी. इसी दौरान साइबर सेल की मदद से पुलिस को रविंद्र कोरी के बारे में जानकारी मिली, जिसने लड़की का अपहरण किया था. पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार किया, तब उसने बताया कि उसने कल्लू सिंह और उसकी पत्नी मीरा देवी की मदद से लड़की को राजस्थान के जालौर जिले में बेच दिया था. पुलिस टीम जालौर पहुंची, जहां से उसने 25 सितंबर 2024 को लड़की को बरामद कर लिया. लड़की को खरीदने वाला उत्तम सिंह और उसका चाचा गणपत सिंह फरार हो गए. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.

Advertisement

ऐसे बेची थी लड़की

मुख्य आरोपी रविंद्र कोरी लड़की को लेकर रीवा से सूरत पहुंचा. वहां उसकी पहचान कल्लू सिंह और मीरा देवी से हुई. तीनों ने लड़की को बेचकर पैसा कमाने की सोची. उन्हें एक आदमी मिला राजस्थान के जालौर का रविंद्र कोरी लड़की का भाई बन गया. इसमें कल्लू सिंह और मीरा देवी लड़की के माता-पिता बने. तीनों ने मिलकर लड़की को गणपत सिंह और उसके चाचा के हाथों तीन लाख रुपए में सौंप दिया और पैसा लेकर नौ दो ग्यारह हो गए. पुलिस ने इन आरोपियों के ऊपर 10 हजार का इनाम घोषित किया था. 

Advertisement

ये भी पढ़ें :- Shardiya Navratri 2024: नवरात्रि में 9 दुर्गा की पूजा के हैं अलग-अलग विधान, जानिए नवदुर्गा के किस स्वरूप की आराधना से होगा आपका कल्याण?

Advertisement

इस तरह पुलिस ने की कार्रवाई

लड़की का पता बताने और लड़की को बरामद करने में मदद करने वालों के लिए पुलिस ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. पुलिस ने अपनी साइबर सेल को लगातार सक्रिय रखा था. जिसमें सबसे पहले पुलिस की पकड़ में रविंद्र कोरी आया. उसके बाद पुलिस ने दमोह के बटियागढ़ से कल्लू सिंह और मीरा देवी को गिरफ्तार कर लिया. इस तरीके से अभी तक मामले में कुल तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने धारा 363, 366, 366(a) के 376, 370 आईपीसी और 5/6 पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया है.

ये भी पढ़ें :- Cheetah vs Leopard: इस तरह कर सकते हैं इन दो जंगली बिल्लियों में अंतर, शरीर के साथ इन चीजों में है अंतर

Topics mentioned in this article