Today News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उमरिया (Umaria) जिले में स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता सामने आई है. स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की लापरवाही के कारण एक माता-पिता को अपनी मासूम बच्ची के इलाज के लिए कई अस्पतालों में भटकना पड़ रहा है, लेकिन फिर भी इलाज नहीं हो पा रहा है. चंदिया नगर के माहौरटोला निवासी जयकुमार के घर की हैं, जहां मासूम लाडली आसमां के बीमारी के इलाज के लिए वे लोग दरबदर भटक रहे हैं. चंदिया से लेकर उमरिया और कटनी अस्पतालों के चक्कर लगाने के बाद इलाज नहीं हो पा रहा है.
चार साल से भटक रहे माता-पिता
यह पूरा मामला मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में चंदिया नगर का है, जहां गरीब परिवार में जन्मी एक 12 वर्षीय मासूम बच्ची समुचित इलाज के लिए भटक रहे हैं. पिछले चार सालों से भटकने के बाद भी डॉक्टर ये तक नहीं बता पाए हैं कि बच्ची को कौन सी बीमारी हुई है. 12 वर्षीय मासूम आसमा, जो जन्म से स्वस्थ थी और चौथी कक्षा तक वो स्कूल पढ़ने भी जाती रही. लेकिन, अचानक एक दिन उसकी तबियत बिगड़ी और उसके पैर में अकड़ गए. जिससे वो अपने पैरों पर दोबारा खड़े नहीं हो पाई. बच्ची फिर से अपने पैरों पर खड़े हो सकें माता-पिता ने अभी भी आस लगाए हुए है और इलाज के लिए अस्पतालों एवं डाक्टरों के चक्कर लगा रहे हैं.
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मामले पर स्वास्थ्य अधिकारी का बयान
इस पूरे मामले के संबंध में उमरिया के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सीएस चौधरी ने बताया कि हमनें टीम भेजकर उन्हें जिला चिकित्सालय बुलाया है. जहां डाक्टरों की टीम मरीज की स्थिति देखकर उसके उपचार में क्या उपयोगी जांचें हैं, वो सब करा कर उसका अच्छे से उपचार करेगी.
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