मध्य प्रदेश में एडवांस हुई हेल्थ इमरजेंसी सेवा,108 एंबुलेंस हर दिन 9300 मरीजों को पहुंचा रही अस्पताल

Ambulance Service: शहरी क्षेत्रों में एंबुलेंस सेवा का रिस्पांस टाइम करीब 18 मिनट है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 25 मिनट है. प्रदेश में वर्तमान में उपलब्ध 2061 एंबुलेंस वाहनों में 167 एडवांस लाइफ सपोर्ट, 835 बेसिक लाइफ सपोर्ट और 1059 जननी एम्बुलेंस लाभार्थियों को सेवा प्रदान कर रही हैं.

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फाइल फोटो

Ambulance Service In MP: मध्य प्रदेश में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं लगातार उन्नत हो रही है. इनकी बानगी लगातार प्रदेश में एंबुलेंस सेवाओं का विस्तार है, जिससे वर्तमान में 9300 मरीजों को हर दिन एंबुलेंस सेवाएं मुहैया कराई जा रही है. फिलहाल, प्रदेश में एंबुलेंस की संख्या 2061 है. यह खुलासा समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने किया.

शहरी क्षेत्रों में एंबुलेंस सेवा का रिस्पांस टाइम करीब 18 मिनट है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 25 मिनट है. प्रदेश में वर्तमान में उपलब्ध 2061 एंबुलेंस वाहनों में 167 एडवांस लाइफ सपोर्ट, 835 बेसिक लाइफ सपोर्ट और 1059 जननी एम्बुलेंस लाभार्थियों को सेवा प्रदान कर रही हैं.

निःशुल्क व रिप्लेसमेंट फ्री सुरक्षित रक्त की सुविधा

मरीजों के उपचार एवं प्रबंधन के लिए चिन्हित जिलों में 6 से 10 बिस्तरीय एकीकृत उपचार केंद्र स्थापित कर मरीजों को प्रबंधन एवं उपचार के साथ हाइड्रॉक्सीयूरिया, फोलिक एसिड दवाइयों का वितरण किया जा रहा है. वहीं, एकीकृत उपचार केन्द्रों में निःशुल्क एवं रिप्लेसमेंट फ्री एवं सुरक्षित रक्त की सुविधा है.

प्रदेश में चल रहे हैं 2061 एंबुलेंस वाहन

समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि, प्रदेश में प्रतिदिन औसतन 9300 लाभार्थियो को एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जाती है. जिनमें से लगभग 5000 प्रकरण बेसिक और एडवांस लाइफ सपोर्ट के और लगभग 4200 प्रकरण गर्भवती महिलाओं और बच्चों को एम्बुलेंस सेवा प्रदाय संबंधी होते हैं.

59 लाख से अधिक सिकल मरीजों की जा चुकी है स्क्रीनिंग

डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने भोपाल स्थित एनचएम ऑफिस में हीमोग्लोबिन मिशन की गतिविधियों और प्रदेश में एंबुलेंस सेवा के संचालन की समीक्षा बैठक में इस दौरान बताया कि प्रदेश में सिकल सेल मरीजों की जांच के लिए 59 लाख से अधिक मरीजों को स्क्रीनिंग की गई, जबकि 32, 37, 842 मरीजों को सिकल कार्ड वितरित किए जा चुके हैं. 

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आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को सदृण करने में मोहन सरकार लगातार प्रयासरत है. प्रदेश में एंबुलेस वाहनों की सुविधा में वृद्धि से एक बानगी है. वर्तमान में प्रदेश में उपलब्ध कुल 2061 एंबुलेस की मदद से हर दिन 9300 मरीजों को मदद मिल रही है. 

सिकल सेल अनीमिया के उन्मूलन के लिए जागरूकता अभियान

डिप्टी सीएम ने बताया कि सिकल सेल अनीमिया के उन्मूलन के लिए नागरिकों को सावधानियों के प्रति जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है. हीमोग्लोबिनोपैथी मिशन की समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम ने कहा कि सिकल सेल रोगियों व वल्नरेबल क्षेत्र के नागरिकों के बचाव एवं उपचार के लिए संचालित जागरूकता गतिविधियों का मैदानी स्तर पर मूल्यांकन करें.

 सिकल सेल मरीजों को 3037 यूनिट निःशुल्क रक्ताधान किया गया

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, ऐसी कोशिश की जाएगी कि प्रभावित क्षेत्र का हर नागरिक उसे समझे और आत्मसात करें ताकि सिकल सेल अनीमिया को जड़ से समाप्त किया जा सके.  वर्ष 2024-25 में सिकल सेल मरीजों को लगभग 9, 22, 500 हाइडॉक्सीयूरिया का वितरण व 3037 यूनिट निःशुल्क रक्ताधान किया गया है. 

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डिप्टी सीएम ने हीमोग्लोबिन मिशन की गतिविधियों और प्रदेश में एंबुलेंस सेवा के संचालन की समीक्षा बैठक में बताया कि प्रदेश में सिकल सेल मरीजों की जांच के लिए 59 लाख से अधिक मरीजों को स्क्रीनिंग की गई, जबकि 32, 37, 842 मरीजों को सिकल कार्ड वितरित किए जा चुके हैं. 

33 जिलों में चल रहा सिकल सेल स्क्रीनिंग का कार्य 

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि प्रदेश के 33 ज़िलों में सिकल मरीज़ों की स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है. वहीं, 59 लाख से अधिक नागरिकों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिनमें 1, 34,000 मरीज सिकल सेल वाहक व 20, 526 सिकल सेल अनीमिया के मरीज़ पाए गए हैं, जबकि 32, 37, 842  मरीजों को सिकल सेल कार्ड वितरित किए जा चुके हैं.
 

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