कांप उठा हरदा! ब्लास्ट के बाद सड़कों पर बिखरीं लाशें, खौफनाक मंजर देख याद आई गैस कांड वाली रात

हरदा की पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया. ज्वलनशील पदार्थ होने के चलते आग ने भयानक रूप ले लिया. हादसे में हुए धमाकों की आवाज से पूरा शहर दहल उठा. ताजा जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में कुल 11 लोगों के मारे जाने की खबर है. वहीं, 200 से ज़्यादा लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं.

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कांप उठा हरदा! ब्लास्ट के बाद सड़कों पर बिखरीं लाशें, खौफनाक मंजर देख याद आई गैस कांड वाली रात

हरदा की पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया. ज्वलनशील पदार्थ होने के चलते आग ने भयानक रूप ले  लिया. हादसे में हुए धमाकों की आवाज से पूरा शहर दहल उठा. ताजा जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में कुल 11 लोगों के मारे जाने की खबर है. मरने वालों में 5 पुरुष व 4 महिलाएं शामिल हैं जबकि बाकी अज्ञात बताए जा रहे हैं. वहीं, 200 से ज़्यादा लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं.  मंगलवार को हुए धमाके इतने तेज थे कि शहर में दूर-दूर तक मकानों और दुकानों में लगे कांच टूट गए. एक के बाद के हुए धमाकों से करीब 40 किलोमीटर दूर तक धरती कांप उठी. एक पल तो एहसास हुआ जैसे हरदा (Harda) में भूकंप आ गया है. 

लाशों का अंबार देख.... याद आया 1984 का भोपाल गैस कांड

घटना से जुड़े कई सारे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. खौफनाक तबाही के चलते हर तरफ चीख-चित्कार मची हुई है. जहां एक तरफ लोग अपनी जान बचाने के लिए तितर-बितर हो रहे हैं. तो वहीं, सड़कों पर लाशों का अंबार लगा हुआ है....हर तरफ क्षत-विक्षत हालत में शव बिखरें हुए हैं. तबाही के चश्मदीदों के मानें तो हादसे को देखने वालों की रूह कांप गई. हरदा में हुए इस भीषण ब्लास्ट से भोपाल गैस त्रासदी के ज़ख्म भी ताज़ा हो उठे.  2 दिसंबर 1984 की सर्द रात को हुए भोपाल गैस त्रासदी में भी कुछ ऐसा ही डरावना दृश्य देखने को मिला था. जब कार्बाइड फैक्ट्री से निकली जहरीली गैस से हजारों लोग मौत के मुंह में समा गए थे. 

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करीब डेढ़ साल पहले भी अवैध पटाखा फैक्ट्री में हो चुका है हादसा 

जानकारी के लिए बता दें कि करीब एक से डेढ़ साल पहले भी पटाखा फैक्ट्री में आग लगी थी जिसके चलते भी कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. फैक्ट्री संचालक सोमेश अग्रवाल राजू पर आरोप है कि वह प्रशासन की मिलीभगत से अपनी फैक्ट्री चलाते हुए आ रहा है. पटाखा फक्ट्री चलाने वाले घर-घर जाकर बारूद देते थे ताकि घर पर बैठकर भी पटाखे बनाए जा सके. पुराने मामले में पटाखा फैक्ट्री में जिस दिन आग लगी थी उस दिन भी 80 से 100 लोग फैक्ट्री में काम कर रहे थे. फैक्ट्री संचालक की तरफ से मजदूरों के लिए कोई भी सुविधा नहीं दी गई थी जिससे कि वह अपनी जान बचाकर भाग सकें... ऐसे में उस दिन भी इलाके में दहशत फ़ैल गई थी. खबर के मुताबिक, पटाखा संचालक राजू अग्रवाल के खिलाफ पहले भी शिकायत की गई थी. इसके बाद भी प्रशासन ने कोई एक्शन नहीं लिया. नतीजतन आज एक और बड़ा हादसा हो गया. 

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मृतक के परिजनों के लिए CM यादव ने किया मुआवजे का ऐलान

ताज़ा मामले में राज्य शासन ने हरदा के पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की पूरी जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है. प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे इस समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं. वहीं, समिति में एडिशनल DGP   जयदीप प्रसाद और सचिव लोक निर्माण विभाग (Secretary Public Works Department) के आर.के. मेहरा को सदस्य नियुक्त किया गया है. यह समिति पूरी घटना के कारणों समेत इन बिंदुओं पर जांच करेगी कि घटना किन परिस्थितियों में घटित हुई. घटना के लिये प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से ज़िम्मेदार कौन थे....? इसके अलावा समिति इस तरह की घटनाओं के रोकथाम को लेकर भी सिफारिशदी जाएगी. हादसे की सूचना मिलते ही सरकारी अमले की टीम और एम्बुलेंस राहत कार्य में जुट गई. प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंच कर राहत और बचाव के कार्य में जुट गए. वहीं, हरदा हादसे पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. 

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