Madhya Pradesh Hindi News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पुलिस और साइबर क्राइम विंग ने दो फर्जी मैरिज ब्यूरो (कॉल सेंटर) का भंडाफोड़ किया है, जहां से 20 युवतियों को हिरासत में लिया है, जो कॉल सेंटर में काम कर रही थीं. वहीं, दो संचालिकाओं को भी गिरफ्तार किया गया है. यह दोनों फर्जी कॉल सेंटर ठाठीपुर और द्वारिकाधीश मंदिर के पास संचालित हो रहे थे. पुलिस ने बताया कि दोनों कॉल सेंटर mypartnerindia.com और uniquerishtey.com वेबसाइट के जरिए ठगी कर रहे थे. आरोपी गूगल से सुंदर लड़कियों के फोटो डाउनलोड कर कुंवारे युवकों को फंसाते थे.
एसएसपी धर्मवीर सिंह को फर्जी मैरिज सेंटर के नाम पर ठगी करने की जानकारी मिली थी. उन्होंने साइबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र कुशवाह के नेतृत्व में पुलिस की दो अलग-अलग टीमें बनाकर मौके पर जाकर देखने के लिए कहा. एक कॉल सेंटर मयूर नगर संचालित किया जा रहा था, जिसमें करीब 13 युवतियां काम कर रही थीं.
चैट और कॉल पर बात कर झांसे में युवकों को रखतीं
युवतियां मोबाइल के माध्यम से चैट व कॉल पर बात करती थीं. पुलिस की दूसरी टीम ने द्वारिकाधीश मंदिर के सामने स्थित कॉल सेंटर पर छापा मारा तो वहां पर 7 युवतियां मिलीं. वहीं, दोनों कॉल सेंटर की संचालिकाओं को भी गिरफ्तार किया है.
गूगल से सुंदर लड़कियों का फोटो निकाल युवकों को भेजतीं
आरोपियों ने बताया गया कि mypartnerindia.com व uniquerishtey.com नाम से वेबसाइट है, जिस पर जो भी इच्छुक व्यक्ति रजिस्टर्ड करते हैं. उनकी डिटेल्स हमारे पास आ जाती है. फिर उन व्यक्तियों को हमारी महिला कर्मचारी कॉल करती हैं. उसके अलावा गूगल से किसी सुंदर लड़की का फोटो डाउनलोड करके ग्राहक युवक को भेज देते थे. लड़की की जाति और उम्र भी वही बताते हैं जो लड़के ने मांगी थी.
वेबसाइट की मेंबरशिप लेने को कहतीं लड़कियां
वहीं, फिर लड़की पंसद आने पर ग्राहक की आय अनुसार, पैसे बताकर उससे वेबसाइट पर मेंबरशिप लेने के लिए कहा जाता था. उसके बाद युवक को पसंद की गई लड़की नंबर भेज देते थे. ये नंबर कॉल सेंटर में काम कर रही युवती का होता था, लेकिन उसे फोटो गूगल से निकाल कर लड़की का दिया जाता था. फिर कर्मचारी युवती ग्राहक युवक से बात करती थी. इसी तरह कॉल सेंटर पर अन्य लड़कियां द्वारा युवकों को फंसाने का काम किाया जा रहा था.
पकड़ी गई युवतियों ने बताया कि देशभर में अबतक करीब 1500 से ज्यादा युवकों को ठग चुकी थीं. ठगी के कारोबार से एक कॉल सेंटर लगभग ढाई से तीन लाख रुपये महीना कमाता था. वह कार्यरत लड़कियों को 5 हजार रुपये महीना देते थे. टारगेट से अच्छा काम करने वाली युवती को बोनस भी दिया जाता था. पुलिस बैंकों से आरोपियों के बैंक खातों की जानकारी ले रही है.
मास्टरमाइंड फरार
एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि दोनों कॉलसेंटरों का मास्टर माइंड़ तिलेश्वर पटेल फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. यह कॉल सेंटरों को बेवसाइट व अन्य प्रकार से मैरिज ब्यूरो संबंधी डाटा उपलब्ध कराया जाता था. वहीं, पुलिस ने दो संचालिकाओं राखी गौड़ (24) निवासी सुरैयापुरा मुरार और सीता उर्फ शीतल चौहान (26) निवासी दर्पण कॉलोनी ठाठीपुर को हिरासत में किया है. इनके कब्जे से 45 मोबाइल, 12 एटीएम कार्ड, 2 कंप्यूटर, सिम कार्डस, बैंक चेकबुक, पासबुक, अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद हुए हैं.