Tansen Festival in Gwalior: भारतीय शास्त्रीय संगीत में अपनी खास पहचान रखने वाले तानसेन की 100वीं जयंती (Tansen 100th Jayanti) पर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर फोर्ट (Gwalior Fort) में खास सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर सिंधिया स्कूल के छात्रों समेत 500 से अधिक खास कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति की. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया (Scindia) और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) मौजूद रहे. देश भर से लोगों का ग्वालियर में जमावड़ा लगा हुआ है. भारी संख्या में लोगों ने संगीत का आनंद लिया. बता दें कि पांच दिन तक ये तानसेन महोत्सव चलेगा.
ऐसा होगा सुरों का संगम
ग्वालियर में अगले पांच दिनों तक सुर, ताल और राग की बारिश में लोग सराबोर रहेंगे. भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव “तानसेन संगीत समारोह” संगीत की नगरी ग्वालियर में 15 दिसम्बर से 19 दिसम्बर तक आयोजित हो रहा है. तानसेन समारोह का यह शताब्दी वर्ष आयोजन है. इसी मंच पर बैठकर देश और दुनिया के ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधक संगीत सम्राट तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करेंगे.
जीवन की पहचान संगीत-सीएम यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर में तानसेन समारोह के दौरान कहा, 'संगीत रोम-रोम से हमें जोड़ता है. रोम रोम से संगीत का एहसास होता है. दुनिया का कोई भी वाध्य शास्त्रीय संगीत से बाहर नहीं हो सकता है.' आगे उन्होंने संगीत की ऐहमियत को बताते हुए कहा कि संगीत एक प्रकार से जीवन की पहचान है.
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दर्ज किया गया रिकोर्ड
संगीत सम्राट तानसेन की स्मृति में आयोजित हो रहे शताब्दी समारोह में एक नए आयाम के रूप में वृहद शास्त्रीय बैंड की इस समवेत प्रस्तुति को जोड़ा गया है. इस अद्भुत समवेत प्रस्तुति में नादब्रम्ह के लगभग 350 साधक एक साथ विभिन्न वाद्य यंत्रों का वादन करेंगे. इसमें पहले दिन ही 500 से ज्यादा कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से सबका दिल जीत लिया.
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