Madhya Pradesh News: रेप के आरोप मे फराऱ चल रहे इनामी तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान को शासन ने आखिरकर निलंबित कर दिया है. तहसीलदार पर ग्वालियर में एफआइआर दर्ज होते ही वह फरार हैं. इसी बीच उसका तबादला शासन की ओर से बैतूल कर दिया गया था, लेकिन वहां भी उसने ज्वाइनिंग नहीं दी. पुलिस के पकड़े जाने के डर से वह बैतूल नहीं गया.
तहसीलदार पर एफआइआर दर्ज हुए दो माह का समय बीत चुका हैं लेकिन अभी तक ग्वालियर पुलिस उसे गिरफ्तार नही कर सकी है.उस पर 15 जनवरी की रात को मामला दर्ज किया गया था और एक माह बाद पुलिस ने पांच हजार का इनाम घोषित किया था. आरोपी का मोबाइल बंद है और घर पर भी नहीं है. पुलिस रिश्तेदारों व नजदीकियों से सुराग लगाने का प्रयास कर रही है लेकिन वह नहीं मिल रहा है.
महिला ने लगाए थे आरोप
बता दें कि ग्वालियर जिले में पदस्थ रहे तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान भितरवार तहसील में पदस्थ थे. महिला की ओर से तहसीलदार पर आरोप लगाकर शिकायत की गई कि शादी का झांसा देकर उसका दुष्कर्म किया. तहसीलदार ने एक बार गर्भपात भी कराया. करीब 17 साल तक लिव इन रिलेशन में रखकर रेप करने का आरोप लगाया. दुष्कर्म का आरोप लगने के बाद तहसीलदार फरार हो गया है.
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ज्वाइन नहीं किया
तहसीलदार ने यहां ज्वाइन ही नहीं किया और मेडिकल लगा दिया. इसके बाद महिला की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने तहसीलदार चौहान पर दुष्कर्म का मामला दर्ज किया. शासन स्तर से तहसीलदार का तबादला बैतूल हो गया. वहां भी ज्वाइन न होने पर शासन ने कलेक्टर बैतूल के प्रतिवेदन के आधार पर उसे निलंबित कर दिया.