Gwalior news: ग्वालियर के नगर निगम मुख्यालय में गुरुवार शाम अचानक उस समय हड़कम्प मच गया जब निगम संग्रहालय में पदस्थ एक विनियमित दिव्यांग कर्मचारी ने मुख्यालय बिल्डिंग में ही जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. जहर खाते ही कर्मचारी की तबीयत बिगड़ी और वह वहीं गिर पड़ा. वहां मौजूद निगम के दो अन्य कर्मचारियों ने उसे उठाया और एक्टिवा गाड़ी पर बैठाकर उसे तुरंत अस्पताल ले गए और उसे भर्ती कराया. दिव्यांग कर्मचारी की हालत अभी नाजुक बताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार, कर्मचारी अपनी किस समस्या को लेकर निगम मुख्यालय के चक्कर काट रहा था, फिलहाल इसका पता नहीं चल सका है. नगर निगम अफसरों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है. जबकि पुलिस का कहना है कि पीड़ित के हालात में सुधार होने पर बयान लेने के बाद ही घटना की बजह पता चल सकेगी.
नगर निगम का विनियमित कर्मचारी है ऋषि
ऋषि मित्तल 30 वर्ष का है और नगर निगम का विनियमित कर्मचारी है. इन दिनों उसकी पदस्थापना ग्वालियर के मोती महल निगम संग्रहालय में है. बताया गया कि दिव्यांग कर्मचारी ऋषि मित्तल अपनी किसी समस्या को लेकर गुरुवार शाम को नगर निगम के सिटी सेंटर स्थित मुख्यालय पहुंचा था. माना जा रहा है कि जब कर्मचारी की समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो अपने बैग से जहरीला पदार्थ निकाल कर खा लिया.
कुछ दिनों से परेशान था ऋषि
ऋषि के इस कदम के बाद निगम के दो कर्मचारियों ने बेहोशी की हालत में उसे एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने गम्भीर हालत में देख उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया. इसके बाद दोनों कर्मचारी उसे जयारोग्य अस्पताल लेकर पहुंचे और आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया. घटना का पता चलते ही दिव्यांग कर्मचारी के परिजन भी अस्पताल पहुंचे. घटना क्यों और कैसे हुई इस संबंध में अभी ना तो निगम और ना ही पुलिस अधिकारी कुछ बोलने को तैयार है. परिजनों का कहना है कि वह कुछ दिनों से परेशान जरूर था लेकिन परेशानी क्या थी यह बात उसने नही बताई.