Parole Prisoners: परोल पर छूटे कैदी हुए फरार, 9 दिनों में ग्वालियर सेंट्रल जेल से छूटे 5 कैदी हैं लापता  

Gwalior Central Jail: परोल पर छूटकर वापस जेल नहीं लौटे सभी 5 कैदियों परोल खत्म हो गया है, लेकिन जेल में नहीं लौट हैं, जिससे ग्वालियर सेंट्रल जेल में हड़कंप है. जेल प्रशासन ने वापस नहीं लौटे कैदियों के खिलाफ बहोड़ापुर थाने में केस दर्ज कराया है और कैदियों की तलाश के लिए टीम गठित किया है.

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GWALIOR CENTRAL JAIL PRISONERS ESCAPED RELEASED ON PAROLE

Prisoners Escaped After Parole: ग्वालियर सेंट्रल जेल से सनसनीखेज खबर है, जहां पिछले नौ दिन में जेल से परोल पर छूटे 5 कैदी लापता हो गए हैं. जेल प्रशासन ने बताया कि ग्वालियर सेंट्रल जेल से परोल पर छूटे पांच कैदी परोल खत्म होने के बाद भी जेल वापस नहीं लौटे हैं, जिससे जेल प्रशासन की पेशानी पर बल डाल दिया है.

परोल पर छूटकर वापस जेल नहीं लौटे सभी 5 कैदियों परोल खत्म हो गया है, लेकिन जेल में नहीं लौट हैं, जिससे ग्वालियर सेंट्रल जेल में हड़कंप है. जेल प्रशासन ने वापस नहीं लौटे कैदियों के खिलाफ बहोड़ापुर थाने में केस दर्ज कराया है और कैदियों की तलाश के लिए टीम गठित किया है.

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पिछले 9 दिनों में परोल पर छूटे कुल 5 कैदी लापता हैं

रिपोर्ट के मुताबिक ग्वालियर सेंट्रल जेल में पिछले 9 दिनों में परोल पर छूटे 5 कैदी वापस लौटकर जेल नहीं आ रहे हैं. इस घटना ने जेल विभाग और पुलिस दोनों की चिंता बढ़ा दी है. जेल प्रशासन ने परोल जंप करने वाले पांचों कैदियों की तलाश के लिए उनके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. थाने की पुलिस अब कार्रवाई में जुट गई है.

लापता कैदियों को पकड़ने के लिए विशेष टीम का गठन   

 ग्वालियर केंद्रीय जेल से परोल पर छूटे बंदियों के वापस लौटकर नहीं आने पर जेल प्रशासन ने थाने में रिपोर्ट कराने के साथ ही कैदियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है. परोल जंप करने वाले कैदियों के खिलाफ जेल प्रशासन ने बहोडापुर थाने मे केस दर्ज कराए हैं. थाने की पुलिस अब कैदियों की तलाश में दबिश दे रही है. 

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कुछ खास शर्तों के साथ अस्थायी रूप से जेल में बंद कैदियों को छोड़ा जाता है, ताकि कैदी अपने पारिवारिक, सामाजिक दायित्व पूरे कर सके. इनमें बीमारी, परिवार में शादी/मौत शामिल है. परोल पर रिहाई सशर्त होती है, जो अच्छे व्यवहार और अन्य नियमों पर निर्भर करती है,

क्या होता है परोल और कैदियों को कैसे मिलता है?

'परोल' का मतलब है किसी कैदी को उसकी सज़ा पूरी होने से पहले कुछ खास शर्तों के साथ अस्थायी रूप से जेल से छोड़ा जाता है, ताकि कैदी अपने पारिवारिक, सामाजिक दायित्व पूरे कर सके. इनमें बीमारी, परिवार में शादी/मौत शामिल है. परोल पर रिहाई सशर्त होती है, जो अच्छे व्यवहार और अन्य नियमों पर निर्भर करती है और यह कभी भी रद्द हो सकती है. 

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