Gwalior Murder Case: बहन, बहनोई और भांजे की हत्या कर जेल गया था आरोपी, अब संदिग्ध हालत में मिला उसका शव

Family Murder Case: ग्वालियर में बहन, बहनोई और भांजे की आत्महत्या में मुख्य आरोपी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि अचानक इनकी हालत इतनी खराब कैसे हो गई, इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए.

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ग्वालियर में आत्महत्या के आरोपी की जेल में मौत

Gwalior Crime News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर में एक साल पहले सरकारी ठेकेदार की पत्नी और बेटे समेत परिवार के तीन लोगों की सामूहिक आत्महत्या (Government Contractor Family Suicide Case) के मामले में आरोपी, मृतक के साले, राजीव सिंह उर्फ गुड्डू गौर की जेल में बीमारी के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. राजीव को ग्वालियर के सेंट्रल जेल से गंभीर हालत में जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां वेंटिलेटर पर रखकर उसे बचाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन इलाज के दौरान राजीव ने दम तोड़ दिया.

मृतक राजीव की पत्नी ने दावा किया है कि वह शनिवार को ही जेल में अपने पति से मिलने गई थी. तब उनकी हालत ठीक थी, फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि उन्हें रात में ही अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा और वेंटिलेटर पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया.

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बहन ने खुद लगाया था आरोप

जानकारी के अनुसार, राजीव सिंह आर्मी से रिटायर्ड थे. लेकिन वह उस समय सुर्खियों में आए, जब उनकी सगी बहन सीमा चौहान ने अपनी हथेली पर लिखे सुसाइड नोट में आरोप लगाया था कि पति नरेंद्र चौहान, बेटे आदित्य और उनकी मौत के लिए उनका भाई राजीव सिंह ही जिम्मेदार है. इसलिए उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए. जीजा-साले आपस में मिलकर नगर निगम सहित अन्य बडे़ ठेके लेते थे.

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दोनों के बीच पैसों को लेकर विवाद चल रहा था. लंबे अरसे तक फरार रहे राजीव सिंह को बहोड़ापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और उसे जेल में बंद कर दिया था. मेडिकल के आधार पर परिवार के लोग उसकी जमानत कराना चाह रहे थे, लेकिन उससे पहले ही यह घटना हो गई.

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तीनों ने गोली मारकर की थी आत्महत्या

बता दें कि बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के 12 बीघा इलाके के रहने वाले नरेंद्र चौहान नामक ठेकेदार ने 25 सितंबर 2024 को अपनी पत्नी सीमा और बेटे आदित्य को गोली मारने के बाद खुद भी लाइसेंसी राइफल से आत्महत्या कर ली थी. घरेलू नौकर के वहां पहुंचने पर इस सामूहिक आत्महत्या कांड का खुलासा हुआ था. लेकिन, सीमा की हथेली पर लिखे सुसाइड नोट के बाद पुलिस ने राजीव सिंह को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोपी माना था. इसी के आधार पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

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